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उत्तर प्रदेश
तेज रफ्तार के कहर से काल के गाल में समा गई जिंदगियां, हादसों में मां-बेटे समेत चार की मौत
Admin4
13 Nov 2022 6:06 PM GMT
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कानपुर। Kanpur Accident कानपुर कमिश्नरेट में रविवार को एक बार फिर से रफ्तार की मार ने चार लोगों की जान ले ली। शहर के अलग-अलग थानाक्षेत्रों में हुए सड़क हादसों में मां-बेटे समेत चार लोग काल के गाल में समा गए। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने जांच पड़ताल कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एक माह में हुए करीब आधा सैकड़ा सड़क हादसों ने जागरुकता की पोल खोल दी है।
घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के धरमपुर बंबा स्थित रिंद नदी पुल पर तेज रफ्तार ट्रक बाइक सवार को कुचलता हुआ कानपुर की ओर भाग निकला। इस सड़क हादसे में बाइक सवार मां-बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। घटनास्थल पर अफरातफरी मच गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज ने ने घायल मासूम को पतारा सीएचसी पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार कर घर भेज दिया गया।
बिधनू क्षेत्र के छोटी बकौली निवासी 27 वर्षीय गोलू उर्फ साहिल अपनी मां राधा देवी अपनी दो बहनें सात वर्षीय शालिनी व दस वर्षीय आराधना को लेकर रविवार दोपहर पतारा क्षेत्र के नागेलिनपुर गांव स्थित मेला देखने गए थे, मेला घूमने के बाद सब्जी लेकर मोटरसाइकिल से वापस अपने गांव लौट रहे थे, तभी पतारा क्षेत्र के रिंद नदी पुल के पास पहुंचते ही पीछे से आ रहा मौरंग लोड ट्रक बाइक में टक्कर मारते हुए बाइक सवार को कुचलते हुए कानपुर की ओर भाग निकला। हादसे में बाइक सवार मां राधा और बेटे गोलू की मौके पर मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ लग गई।
राहगीरों और स्थानीय लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज विनीत मिश्रा ने घायल मासूम बच्चियों को पतारा सीएचसी पहुंचाया जहां प्राथमिक उपचार कर मासूम को घर भेज दिया गया है। हादसे के बाद से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। घटना के बाद चीखपुकार मच गई। इस मामले में घाटमपुर थानाध्यक्ष रामबाबू ने बताया कि परिजनों को सूचना देने के साथ दोनो के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
बाबूपुरवा थानाक्षेत्र अंतर्गत एक माली बस से उतरते समय पहिये के नीचे आ गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने नाजुक हालत में घायल हो हैलट में भर्ती कराया, जहां देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
आजाद नगर डिपो के पास निवासी माली का काम करने वाले चिड़ियाघर से रिटायर रामेश्नवर (60) मूलरूप से रायबरेली के रहने वाले थे। मृतक के बेटे भइयालाल ने बताया कि पिता पन्द्रह दिन पहले गांव गए थे, जहां से वह शनिवार को बस से लौट रहे थे।
बताया कि शाम साढ़े छह बजे वह जैसे ही झकरकटी बस अड्डे से बस से सामान उतारते हुए उतरे वैसे ही वह पहिया के नीचे आ गए। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। वहां मौजूद पुलिस ने नाजुक हालत में उन्हें एबुलेंस से हैलट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी रात करीब 11 बजे इलाज के दौरान मौत हो गई। बेटे भइयालाल ने बताया कि उसके पिता दवा व्यापारी नीरज गुप्ता के यहां पर माली का काम करते थे। उन्होंने इस घटना में परिवार का काफी सहयोग किया। हादसे से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
हाईवे पर कोहरे और लापरवाही के चलते एक युवक की जान चली गई। मार्ग दुघर्टना से यातायात बाधित हो गया। सूचना पर घंटों बाद पहुंची पुलिस ने शव को कड़ी मश्क्कत के बाद क्षतिग्रस्त ट्राला से बाहर निकलवाया। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की सूचना परिजनों को दी गई तो घर पर कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक जिला कुशीनगर का रहने वाला था।
ग्राम लखिमा जिला कुशीनगर निवासी दिलीप (32) पुत्र बाबूलाल ट्राला में गिट्टी लोडिंग कराकर झांसी से गोरखपुर अपने सहकर्मी खलासी भरत पुत्र श्रीराम निवासी लखिमा के साथ शनिवार देर रात जा रहे थे, अभी वह नौबस्ता फ्लाईओवर के पास पहुंचे ही थे, कि गलत दिशा में खड़े बालू लदे डंपर में ट्राला घुस गया। जिससे चालक की मौके पर ही फंसने से मौत हो गई। वहीं खलासी को भी कई जगहें चोटें आई हैं।
खलासी भरत ने बताया कि रात के समय कोहरा पड़ रहा था और डंपर गलत दिशा में टायर बदलने के लिए खड़ा था, इसी दौरान चालक की नींद की झपकी आने से हादसा की बात सामने आ रही है। आरोप लगाया कि हादसा रात करीब दो बजे हुआ। जिससे यातायात बाधित होने लगा। पुलिस करीब दो घंटे बाद मौके पर पहुंची और बड़ी मशक्कत के बाद मृतक चालक के शव को बाहर निकलवाया।
इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उसने बताया कि चालक के परिजन में भाई सोनू को घटना की जानकारी दे दी गई है। आरोप है कि चालक दिलीप वाहनों की भिड़त में इतना बुरी तरह फंस गया था कि मदद के लिए कोई नहीं पहुंचा, जिससे ज्यादा शरीर से रक्तस्त्राव होने के कारण उसकी मौत हो गई। उसने कहा कि अगर समय रहते उसको मदद मिल जाती तो उसकी जान बच सकती थी।
Admin4
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