- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- डूडा ने 39 लोगों के...
मेरठ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गरीबों को आवास देना ड्रीम प्रोजेक्ट हैं। पीएम आवास योजना का वर्तमान में आये आम बजट में भी वृद्धि की गई हैं। इससे साफ है कि पीएम नरेन्द्र मोदी आवास योजना को लेकर बेहद गंभीर हैं, लेकिन इस पैसा का कैसे बंदर बाट हो रहा हैं, इसका खुलासा शुक्रवार को हुआ।
गुरुवार को पीएम आवास योजना के पात्रों के बैंक खाते में रुपया डाला गया। इसमें बड़ी लापरवाही डूडा के सीएलटीसी और वाप्कोस कंपनी के डीसी ने की। ऐसे लोगों के बैंक खातों में रुपये डाल दिये, जिनके पास पहले ही किश्त जा चुकी थी। इस तरह से दो-दो किश्त, यानीकी डबल रुपये डाल दिये गए।
इसका भी पता नहीं चलता, लेकिन जिन लोगों के खातों में डबल किश्त पहुंच गई, उनमें से ही कुछ लोग डूडा आॅफिस पहुंच गए कि आपने उनके बैंक खाते में कैसे डबल रुपये डाल दिये हैं। यह सुनकर डूडा के अधिकारियों के होश उड़ गए। आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? इसको लेकर अधिकारी हड़बड़ा गए और आनन-फानन में बैंक खातों को कैसे सीज कराया जाए, इसको लेकर पत्र टाइप कराये गए।
एक-दो नहीं, बल्कि 39 लोगों के बैंक खाते में डबल रुपये पहुंच गए। यह बड़ी चूक हैं और चूक किस स्तर पर हुई? कैसे हुई? कहीं जानबुझकर तो सेटिंग करने के बाद ये डबल पैसा नहीं डाला गया? इसकी भी जांच होनी चाहिए, तभी वास्तविकता सामने आयेगी। यह जांच का विषय है, लेकिन पता लगने के बाद नगर निगम और डूडा के अधिकारी संबंधित बैंकों में पैसा निकालने पर रोक लगाने का पत्र रिसीव कराते घूम रहे हैं,
लेकिन इसके बावजूद बैंक अकाउंट से 15 ऐसे लोगों ने पैसा निकाल लिया, जिनके खाते में डबल पैसा आया है। अब इस मामले का पता डूडा के अधिकारियों को लगा तो होश उड़ गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डूडा के परियोजना अधिकारी ने आनन-फानन में शुक्रवार को बैंक अधिकारियों के लिए एक पत्र तैयार कराया, जिसमें 39 उन लोगों की सूची तैयार कराई, जिनके बैंक खाते में डबल पैसा चला गया है।
यह पत्र बैंक अधिकारियों को रिसीव तो करा दिया, लेकिन 39 में से 15 ऐसे लोग हैं, जिन्होंने बैंक खाते में पैसे आते ही शुक्रवार की सुबह पैसे निकाल लिए। अब बड़ा सवाल यह है कि जिन लोगों ने पैसा बैंक खाते से निकाल लिया, उनसे कैसे रिकवरी होगी? इसको लेकर ही नगर निगम और डूडा के अधिकारी माथापच्ची करने में जुटे हैं।
इनके खाते में गया डबल पैसा
डूडा और नगर निगम के सूत्रों का दावा है कि जिन लोगों के बैंक खाते में यह पैसा गया है, उसमें ये लोग शामिल हैं। इसमें शंभू पत्नी इकरामुद्दीन, जरीना पत्नी हबीबुल्लाह, प्रवीण पत्नी शरीफ ,इरफान पुत्र मनसब, कोसर पत्नी अब्दुल वाहिद, आसमा, परवीन, देवेंद्र पत्नी सोनवीर, प्रशांत कुमार पुत्र जोगिंदर सिंह, पुनीत कुमार, समीना, नौशाद, बल्लू पत्नी पहलाद आदि शामिल हैं।
ये हैं बड़ी लापरवाही के लिए जिम्मेदार
डूडा ने लोगों के बैंक खातों में डबल रुपये डालने के मामले में अभी किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया हैं, लेकिन इसमें वाप्कोस कंपनी के डीसी और डूडा के सीएलटीसी पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। इनकी पूरी जिम्मेदारी होती है कि एक-एक पात्र व्यक्ति की जांच करें, फिर इसके बाद उनके बैंक खातों में पैसा डाला जाएगा। सूची जो तैयार हो रही हैं,
उसमें कोई डबल नाम तो नहीं हो गया हैं। इसकी भी बारीकी से जांच पड़ताल की जाती हैं, जिसके बाद डूडा के पीओ इसकी जांच अपने स्तर से करते हैं, इसके बाद ही नगरायुक्त और अन्य अधिकारियों के हस्ताक्षर कराये जाते हैं। इसमें नगरायुक्त के भी हस्ताक्षर करा लिये गए। आखिर कई स्तर पर चूक हुई हैं, इसके लिए जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई हो पाएगी?