उत्तर प्रदेश

औषधि सुरक्षा विभाग और क्राइम ब्रांच ने दो फैक्टरियों पर छापे में सवा करोड़ की दवाइयां सील की

Admindelhi1
16 March 2024 5:16 AM GMT
औषधि सुरक्षा विभाग और क्राइम ब्रांच ने दो फैक्टरियों पर छापे में सवा करोड़ की दवाइयां सील की
x
इसके अलावा फैक्टरी से कच्चा माल, मशीन बरामद हुईं

गाजियाबाद: औषधि सुरक्षा विभाग और क्राइम ब्रांच ने नकली दवाओं की दो फैक्टरियों पर कार्रवाई की. पुलिस और औषधि विभाग ने छापा मारकर 1.10 करोड़ रुपये की नकली दवाइयां सील की. इसके अलावा फैक्टरी से कच्चा माल, मशीन बरामद हुईं. मौके से दवाओं के 14 सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजे हैं. टीम ने कंपनी संचालक को गिरफ्तार कर लिया.

औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा ने बताया कि गोपनीय सूचना के आधार पर मेरठ मंडल के औषधि सुरक्षा विभाग की टीम ने क्राइम ब्रांच, साहिबाबाद पुलिस के साथ मिलकर राजेद्र नगर औद्योगिक क्षेत्र प्लॉट नंबर-77 और न्यू डिफेंस कॉलोनी भोपुरा के प्लॉट संख्या-ए/8 में चल रही फैक्टरियों में छापा मारा. इन फैक्टरियों में नकली दवाएं बनाए जाने की सूचना थी. छापेमारी में गाजियाबाद के औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा, अनुरोध कुमार, नोएडा के डीआई वैभव बब्बर, बागपत के डीआई मोहित कुमार दीप और मेरठ की डीआई प्रियंका चौधरी शामिल रही. टीम ने दोनों फैक्टरियों से दवाओं के 14 सैंपल लेकर जांच के लिए लखनऊ भेजे हैं. औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा ने बताया कि फैक्टरियों में पेट की गैस, शुगर, ब्लड प्रेशर और दर्द में काम आने वाली दवाएं नामी कंपनियों के नाम से बनाई जा रही थी. छापेमारी में कंपनी संचालक विजय चौहान को गिरफ्तार किया गया है. उससे पूछताछ की जा रही है. इस मामले में साहिबाबाद थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है.

यह सामान बरामद राजेंद्र नगर की फैक्टरी से नामी कंपनी की पेंडी दवाई, ओमेज डीएसआर और पेंडी के कैप्सूल, खाली खोखे, पैकेजिंग मेटेरियल और उपकरण, हाईटेक बिलस्टर पैकेजिंग मशीन, हाईटेक कैप्सूल शैल एमबोसिंग मशीन, इंकजेट प्रिटिंग मशीन बरामद हुई. इसकी कीमत करीब 60 लाख रुपये है. न्यू डिफेंस कॉलोनी साइट से ग्लोकॉनॉर्म जी2 और जी1, टेल्मा एच, टेल्मा एम, पेंटोसिड डीएसआर, ओमेज डीएसआर, मॉबीजॉक्स, कच्चा माल, पैकेजिंग मेटेरियल व मशीन, वजन मशीन आदि बरामद हुए. बरामद माल की कीमत लगभग 50 लाख रुपये हैं.

एक साल से नकली दवा का कारोबार औषधि सुरक्षा विभाग ने दोनों फैक्टरियों का खुलासा किया है. यहां से पिछले एक साल से नकली दवा का अवैध कारोबार किया जा रहा था. औषधि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा ने बताया कि नकली दवाएं कलकत्ता, हैदराबाद और अमृतसर भेजी जा रही थी. नकली दवा बनाने के लिए कच्चा माल तेलगांना से मंगाया जा रहा था.

Next Story