उत्तर प्रदेश

डॉ. जैन: टीबी को मात देकर अपने क्षेत्र में स्वयं सेवी एम्बेसडर के रूप में कार्य करें मरीज

Admin4
20 Nov 2022 12:09 PM GMT
डॉ. जैन: टीबी को मात देकर अपने क्षेत्र में स्वयं सेवी एम्बेसडर के रूप में कार्य करें मरीज
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नोएडा। रोटरी हेल्थ अवेयरनेस मिशन (आरएचएएम) ने टीबी के 60 और मरीजों को गोद लिया है। इससे पहले अक्टूबर में मिशन 159 मरीजों को गोद ले चुका है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) बिसरख पर हुए कार्यक्रम में उन्हें पुष्टाहार प्रदान किया गया। इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डा. शिरीष जैन ने कहा कि वह टीबी को मात देने के बाद अपने क्षेत्र के स्वयंसेवी एम्बेसडर के रूप में कार्य करें और टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में अपना सहयोग दें। डा. जैन ने कहा कि वह अपने आस-पास के क्षेत्र के संभावित टीबी मरीजों पर नजर रखें और उन्हें जांच के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों पर भेजें।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने क्षय रोगियों को नियमित रूप से दवा खाते रहने और अपने सभी परिजनों की टीबी जांच कराने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा टीबी की जांच और उपचार की सुविधा पूरी तरह से निशुल्क उपलब्ध है। फेफड़ों की टीबी एक संक्रामक बीमारी है जो सांस के जरिए एक से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। उन्होंने कहा किसी भी हालत में अपनी मर्जी से दवा खाना बंद न करें। उपचार बीच में छोड़ देने से टीबी की बीमारी बिगड़ जाती है।
उन्होंने कहा- उन्हें उपलब्ध कराया गया पुष्टाहार उच्च प्रोटीन युक्त है। इसके सेवन से उन्हें टीबी के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी। इसके साथ ही उपचार जारी रहने तक क्षय रोग विभाग की ओर से निक्षय पोषण योजना के तहत हर माह पांच सौ रुपए का भुगतान उनके खाते में सीधे किया जाता रहेगा। नियमित रूप से दवा लेने पर क्षय रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है। अपने आसपास किसी को दो सप्ताह से अधिक खांसी रहने, वजन कम होने, रात में सोते समय पसीना आने, थकान रहने और बुखार रहने की जानकारी मिले तो टीबी की जांच कराने के लिए प्रेरित करें। यह टीबी के लक्षण हो सकते हैं।
सीएचसी बिसरख के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. सचिन्द्र मिश्र ने कहा जिला क्षय रोग अधिकारी के नेतृत्व में इस योजना को सफल बनाने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने टीबी मरीजों से कहा कि उन्हें कोई दिक्कत हो और ओपीडी में दिखाना हो तो उन्हें लाइन में लगने की जरूरत नहीं है। वह सीधे ओपीडी में आ सकते हैं, उनका उपचार वरीयता के आधार पर किया जाएगा।
इस अवसर पर रोटरी हेल्थ अवेयरनेस मिशन के चेयरमैन डा. धीरज के अलावा मिशन से जुड़े जीके गौड़, अशोक अग्रवाल, अनीता महेन्द्रू, पवन रस्तोगी, सुनील मल्होत्रा, जिला क्षय रोग विभाग से पवन भाटी, आलोक, देवेन्द्र आदि उपस्थित रहे। टीबी मरीजों को उच्च गुणवत्ता युक्त पुष्टाहार के रूप में हॉर्लिक्स, गुड़, चना, दाल, दलिया न्यूट्रीनगेट, फ्रूट जूस प्रदान किया। उपचार जारी रहने तक इन टीबी मरीजों को पोषण उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी रोटरी हेल्थ अवेयरनेस मिशन निभाएगा, साथ ही उन्हें भावनात्मक और सामाजिक सहयोग प्रदान करता रहेगा।
स्टेट टीबी एडॉप्शन सेल ने तारीफ
डा. जैन ने बताया भारत सरकार की ओर से नियुक्त स्टेट टीबी एडोप्शन सेल के सदस्य भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। उन्होंने कार्यक्रम की तारीफ की और उम्मीद जाहिर की जनपद में इसी तरह टीबी उन्मूलन के लिए प्रयास होते रहेंगे।
( जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।)
न्यूज़ क्रेडिट: royalbulletin
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