उत्तर प्रदेश

नॉएडा में बिना प्रशिक्षण के पार्किंग की जिम्मेदारी संभाल रहे दबंग कर्मचारी

Admindelhi1
6 April 2024 4:27 AM GMT
नॉएडा में बिना प्रशिक्षण के पार्किंग की जिम्मेदारी संभाल रहे दबंग कर्मचारी
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छोटी सी बात पर ये कर्मचारी मारपीट पर उतारू हो जाते हैं

नोएडा: शहर में पार्किंग शुल्क काटने और वाहन उठाने का जिम्मा अप्रशिक्षित और दबंग कर्मचारी संभाल रहे हैं. छोटी सी बात पर ये कर्मचारी मारपीट पर उतारू हो जाते हैं. आरोप है कि इनको शुल्क काटने का जिम्मा देने वाले पार्किंग ठेकेदार, नोएडा प्राधिकरण और पुलिस, सभी लापरवाह बने हुए हैं. आम लोगों से बेहतर व्यवहार को लेकर कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने की जरूरत नहीं समझी गई.

सेक्टर-50 बाजार के बाहर से बीते को बुजुर्गों से क्रेन सवार कर्मचारियों ने अभ्रदता की थी. यहां दबंगई दिखाते हुए वे कार समेत उनको उठा ले गए थे. यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. इस मामले में पार्किंग ठेकेदार ने क्रेन सवार दोनों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. इससे पहले भी पार्किंग कर्मचारियों की दबंगई के प्रकरण सामने आ चुके हैं.

शहर में पार्किंग संचालन का जिम्मा तीन कंपनी संभाल रही हैं. इन कंपनियों की तरफ से पर्ची काटने और वाहनों को उठाने के लिए क्रेन पर अप्रशिक्षित कर्मचारी रखे जाते हैं. पार्किंग में आने वाले लोगों से कैसा बेहतर व्यवहार किया जाए, इसको लेकर उनको प्रशिक्षण नहीं दिया गया है. सूत्रों ने बताया कि इन कर्मचारियों को 15-20 हजार रुपये तनख्वाह देने के अलावा अधिक गाड़ियों की पर्ची काटने पर अलग से कमीशन दिया जाता है. ऐसे में इनका जोर अधिक से अधिक गाड़ियों की पर्ची काटने पर होता है. इसके चक्कर में वे पार्किंग में आने वाले लोगों से झगड़ा भी करने लगते हैं. इसके अलावा इन कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन भी नहीं कराया जाता है. सत्यापन कराने की जिम्मेदारी पार्किंग ठेकेदार और नोएडा प्राधिकरण की है.

लोगों का आरोप है कि अवैध रूप से पार्किंग ठेकेदार अवैध तरीके से भी क्रेन के जरिए गाड़ियों को उठवाते हैं. क्रेन से संबंधित आधे-अधूरे दस्तावेजों के जरिए पार्किंग ठेकेदार इनको चला रहे हैं. क्रेन पर तैनात कर्मचारी अप्रशिक्षित होते हैं. उनके लोगों के साथ व्यवहार ठीक नहीं होता.

विवाद होने पर बाउंसर बुला रहे : शहर के लोगों का आरोप है कि पार्किंग शुल्क या क्रेन के जरिए गाड़ी उठाने पर कोई विवाद होने पर मोर्चा संभालने के लिए पार्किंग ठेकेदारों ने बदमाश गैंग भी बना रखे हैं. कोई विवाद होने पर एक फोन पर 10-12 लोग आ जाते हैं. इसमें कुछ बाउंसर भी होते हैं जो मारपीट करने लगते हैं.

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