उत्तर प्रदेश

बाबा विश्वनाथ के धाम में श्रद्धालुओं को होगी आनंदकानन की अनुभूति , बनेगा प्रदेश का पहला कार्बन फ्री जोन

Renuka Sahu
9 Jun 2022 2:24 AM GMT
Devotees will have the feeling of Anandakanan in the Dham of Baba Vishwanath, will be the first carbon free zone of the state
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फाइल फोटो 

काशीपुराधिपति के धाम में श्रद्धालुओं को आनंदकानन की हवा का आभास होगा।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। काशीपुराधिपति के धाम में श्रद्धालुओं को आनंदकानन की हवा का आभास होगा। धाम क्षेत्र को कार्बन से मुक्त करने के लिए मंदिर प्रशासन ने पहल शुरू कर दी है। बाबा विश्वनाथ का धाम प्रदेश का पहला ऐसा मंदिर होगा, जो पूरी तरह से कार्बन व धूल कणों से मुक्त होगा। इसके लिए सीएसआर फंड के तहत श्री काशी विश्वनाथ धाम में एयर प्यूरीफायर लगाए जा रहे हैं।

बाबा के नव्य, भव्य और दिव्य धाम में आने वाले हर श्रद्धालु को साफ-सुधरी और कार्बन से मुक्त हवा मिलेगी। सीएसआर फंड के तहत धाम क्षेत्र में 12 जगहों पर एयर प्यूरीफायर लगाए जाएंगे। प्यूरीफायर लगाने के लिए सर्वे का काम पूरा होने के बाद अब प्यूरीफायर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।
मणिकर्णिका घाट पर दहकती चिताओं के कारण श्री काशी विश्वनाथ धाम पीएम 2.5 और पीएम 10 के साथ ही कार्बन की मात्रा में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं निर्माण कार्य के कारण आसपास के क्षेत्र से पेड़-पौधों में भी कमी आई है। प्रदूषण के स्तर को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने धाम क्षेत्र को कार्बन व प्रदूषण से मुक्त करने के लिए एयर प्यूरीफायर लगाने का निर्णय लिया है।
ध्वस्तीकरण के दौरान हुआ था ट्रायल
श्री काशी विश्वनाथ धाम के निर्माण के दौरान ध्वस्तीकरण से हो रहे प्रदूषण को देखते हुए एयर प्यूरीफायर लगाया गया था। मंदिर प्रशासन जिला प्रशासन व एक कंपनी के सहयोग से ट्रायल के रूप में एयर प्यूरीफायर लगाकर मंदिर के आसपास की आबोहवा को शुद्ध करने का ट्रायल किया था। मंदिर क्षेत्र में लगाई गई इस मशीन में पांच किलोमीटर तक के क्षेत्र से धूल के कण को सोखने की क्षमता थी।
सीएसआर से संवरेगी सफाई व्यवस्था
श्री काशी विश्वनाथ धाम सीएसआर फंड से सफाई व्यवस्था को सुधारा जाएगा। सीएसआर फंड से अत्याधुनिक मशीनें भी लगाई जाएंगी। इसके अलावा मंदिर क्षेत्र के भवनों में भी सीएसआर फंड के तहत फर्नीचर भी मंगाए जा रहे हैं।
हेपा टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा एयर प्यूरीफायर
श्री काशी विश्वनाथ धाम में हेपा (हाई इफीशिएंसी पार्टिकुलेट एयर) तकनीक पर आधारित एयर प्यूरीफायर लगाए जाएंगे। इस तकनीक का इस्तेमाल काफी वर्षों से हवा को साफ करने के लिए किया जा रहा है। हेपा फिल्टर 0.3 माइक्रोन से बड़े 99.97 से अधिक कणों को कैद करने में सक्षम हैं। मोल्ड और बैक्टीरिया को पकड़ पाने की वजह से यह फिल्टर अधिक स्वच्छ वातावरण प्रदान करते हैं।
काशी विश्वनाथ धाम को पूरी तरह से कार्बन मुक्त करने के लिए सीएसआर फंड के तहत श्री काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र में 12 स्थानों पर एयर प्यूरीफायर लगाए जा रहे हैं। सर्वे के बाद प्यूरीफायर लगाने का काम शुरू हो गया है।
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