उत्तर प्रदेश

सोशल मीडिया में राम मंदिर व अयोध्या का विकास चर्चा का केंद्र बना

Admindelhi1
10 April 2024 8:02 AM GMT
सोशल मीडिया में राम मंदिर व अयोध्या का विकास चर्चा का केंद्र बना
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लोकसभा क्षेत्र में भले ही अभी चुनावी माहौल न बन रहा हो लेकिन सोशल मीडिया पर चुनावी पारा ऊपर चढ़ चुका है

फैजाबाद: इस वक्त संवाद का सबसे प्रबल माध्यम सोशल मीडिया बन चुका है. सोशल मीडिया माहौल के अनुसार बदलता नजर आ रहा है. अयोध्या सोशल मीडिया में सबसे ज्यादा चर्चा होने वाले मुद्दों में एक है. राममंदिर से लेकर यहां का विकास सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है. लोकसभा क्षेत्र में भले ही अभी चुनावी माहौल न बन रहा हो लेकिन सोशल मीडिया पर चुनावी पारा ऊपर चढ़ चुका है.

पक्ष राममंदिर व विकास को बढ़ा चढ़ाकर बता रहा है तो विपक्ष यहां की खामियों को उजागर कर रहा है. प्राण-प्रतिष्ठा के बाद राजनैतिक दल के नेता अयोध्या दर्शन-पूजन के लिए आ रहे है. यहां आने वाले नेता सोशल मीडिया पर राममंदिर दर्शन के बाद अपने विचार को व्यक्त करते है. इन विचारों पर खूब कमेंट आते है. यह कमेंट सोशल मीडिया पर राजनैतिक चर्चा को खूब बल प्रदान कर रहे है. चुनाव को अपने अनुसार परिवर्तित करने का प्रयास रील के माध्यम से किया जाता है. राजनैतिक दलों के कार्यकर्ता अपनी बात को प्रभावशाली तरीके से लोगो तक पहुंचाने के लिए लोगो के बयान की रील बनाते है. जिसके बाद रील को वायरल करने लिए कार्यकर्ताओं का सहारा लिया जाता है. इस समय अयोध्या से जुड़े मुद्दों को लेकर रील खूब वायरल हो रही है. जिसमें चुनावी माहौल का भी समावेश हो रहा है.

रामनगरी के विकास की तस्वीर के साथ यहां बुनियादी जरुरतों को अपने-अपने तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है. हर राजनैतिक दल रामनगरी में अपने कार्यकाल के दौरान किए गये विकास कार्यो को गिनाकर जनता को उपलब्धियां बताने का प्रयास कर रहा है. कोई विकास को उपलब्धि बताकर पोस्ट कर रहा है. उसके जवाब खोजते हुए दूसरा पक्ष कमियों की कमेंट उस पोस्ट पर कर रहा है.

विशेषज्ञों की टीम कर रही राजनैतिक दलों के लिए काम फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्ट्राग्राम, एक्स, यूट्यूब व अन्य कई वेबसाईट व मोबाइल एप है. जो लोगो के बीच बातचीत करने का संसाधन है. कुछ लोग तो अपने जीवन की छोटी से छोटी बातें तक सोशल मीडिया पर शेयर करते है. राजनैतिक दल अपने कार्यकर्ताओं से लगातार सम्पर्क व जनता के बीच अपने विचारों को पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल प्लान्ड तरीके से करते है. इसके लिए सोशल मीडिया के विभिन्न साइट पर इनके एकाउन्ट है. राजनैतिक नेता व जनप्रतिनिधि सोशल मीडिया पर अपने एकाउन्ट को खूब प्रमोट करते है. सोशल मीडिया पर फालोवर की संख्या से नेता की राजनैतिक ताकत आंकी जाती है. इस समय लोकसभा चुनाव का माहौल चल रहा है. हर हाथ मोबाइल होने से यह प्रचार का सबसे बड़ा माध्यम बन गया है. इसके लिए राजनैतिक दलों ने विशेषज्ञों की टीम लगा रखी है. यह टीम सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा चर्चा में आने वाले प्रकरण को खोजती है. इस प्रकरण में पार्टी का वर्जन जोड़ते हुए उसे अपने अनुसार परिवर्तित करके जनता के सामने रखा जाता है. जिसको पार्टी के कार्यकर्ता खूब शेयर करते है. साफ्टवेयर के विशेषज्ञ फोटों व बैनर की आकर्षक डिजाइन लोगो के सामने प्रस्तुत करते है. जिसमें काफी ज्यादा मसाला लोगो को प्रचार के लिए मिलता है.

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