उत्तर प्रदेश

डिप्टी सीएम ने इलाज में लापरवाही बरतने वाले अस्पतालों पर सख्ती करते हुए रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया

Teja
4 Aug 2023 6:38 PM GMT
डिप्टी सीएम ने इलाज में लापरवाही बरतने वाले अस्पतालों पर सख्ती करते हुए रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया
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लखनऊ : इलाज में लापरवाही के कारण प्रसूता की हुई मौत के मामले में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सख्त रुख अख्तियार किया है। उनके निर्देश पर मैनपुरी के अशोक पुष्प अस्पताल का पंजीकरण रद कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मामले की दो सदस्यीय कमेटी गठित कर जांच की और अब अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी। उप मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले में की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निजी अस्पताल संचालकों को सख्त चेतावनी दी है कि मरीजों की जान से खिलवाड़ करने और उनसे उपचार के नाम पर गलत ढंग से अधिक धन वसूलने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 'मरीजों को हर हाल में अस्पताल में बेहतर उपचार की सुविधा दी जाए' उधर, प्रतापगढ़ के जिला अस्पताल में प्रसव के बाद प्रसूताओं को बेहतर इलाज की सुविधा न देने की शिकायत पर भी उन्होंने नाराजगी जताई है। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए हैं कि इस घटना की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट सौंपें। लापरवाही करने वाले चिकित्सकों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करें। मरीजों को हर हाल में अस्पताल में बेहतर उपचार की सुविधा दी जाए।ब्रजेश पाठक ने सख्त रुख अख्तियार किया है। उनके निर्देश पर मैनपुरी के अशोक पुष्प अस्पताल का पंजीकरण रद कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मामले की दो सदस्यीय कमेटी गठित कर जांच की और अब अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी। उप मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले में की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निजी अस्पताल संचालकों को सख्त चेतावनी दी है कि मरीजों की जान से खिलवाड़ करने और उनसे उपचार के नाम पर गलत ढंग से अधिक धन वसूलने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 'मरीजों को हर हाल में अस्पताल में बेहतर उपचार की सुविधा दी जाए' उधर, प्रतापगढ़ के जिला अस्पताल में प्रसव के बाद प्रसूताओं को बेहतर इलाज की सुविधा न देने की शिकायत पर भी उन्होंने नाराजगी जताई है। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए हैं कि इस घटना की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट सौंपें। लापरवाही करने वाले चिकित्सकों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करें। मरीजों को हर हाल में अस्पताल में बेहतर उपचार की सुविधा दी जाए।

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