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सरूरपुर: डाक विभाग ने मेरठ जिले के कुछ क्षेत्र को काटकर बागपत जिले से जोड़ दिया है। ऐसा विभाग ने बागपत जिले के एरिया के कम पड़ने और रीजनल आॅफिस में आ रही अड़चन के कारण किया गया है। जिसके चलते अब जिले के सरधना क्षेत्र के काफी डाकघर का मुख्यालय बागपत जिला कहलाया जाएगा, साथ ही यहां की तमाम आर्थिक गतिविधियां भी बागपत जिले से संचालित की जाएंगी। इसे लेकर जहां बागपत जिले के लोगों के लिए अच्छी खबर है तो वहीं मेरठ जिले के कुछ गांव के लोगों के लिए बुरी खबर भी है। बताया जा रहा है कि बागपत जिले के गठन के बाद से जिले का क्षेत्रफल और आबादी कम पड़ने के कारण डाक विभाग की योजनाओं का क्रियान्वयन सही ढंग से नहीं हो पा रहा था। जिसको सुदृढ़ और सुधार करने के लिए डाक विभाग ने अपने कार्यक्षेत्र में फेरबदल किया है। नए क्षेत्रफल के फेरबदल के बाद मेरठ जिले के कुछ क्षेत्र को काटकर बागपत जिले से अटैच किया गया है। जिसमें सरधना तहसील के सरूरपुर ब्लॉक के कई डाकघरों को बागपत जिले से संचालित किया गया है।
जिनमें कस्बा हर्रा, खिवाई, जसड़ सुल्तान नगर, डाहर, गोटका, करनावल, रिठाली, कक्केपुर, भूनी, खेड़ीकलां, मैनापूठी, जैनपुर आदि गांवों के डाकघरों को और यहां तैनात कर्मचारियों को मेरठ जिले मुख्यालय से हटाकर बागपत जिला मुख्यालय पर अटैच किया गया है। बताया गया कि अभी यहां की तमाम व्यवसायिक और डाक की आदान-प्रदान करने वाली तमाम गतिविधियों का संचालन बागपत जिले से किया जाएगा। अभी तक यहां मेरठ जिले से संचालित होता था। सरूरपुर ब्लॉक का तहसील मुख्यालय सरधना और सरधना तहसील मुख्यालय का जिला मुख्यालय मेरठ था। लेकिन अब इन गांव का तहसील मुख्यालय बड़ौत जिला मुख्यालय बागपत कहलाया लाया जाएगा। यहां के बाशिंदों के लिए जहां डाक विभाग की तमाम जानकारी और योजनाओं को हासिल करने के लिए बागपत जिले तक की दौड़ लगानी पड़ सकती है तो वहीं यहां तैनात कर्मचारियों को भी उल्टे बागपत जिले जाना पड़ेगा।
डाक विभाग के कुछ अधिकारियों ने बताया कि इन गांवों में डाक की व्यवस्था का संचालन भी बिनौली, बड़ौत, बागपत क्रमश: तीनों स्थान से ही किया जाएगा। इसके लिए तैनात कर्मचारियों को आदेशित किया जा चुका है और शीघ्र ही इन गांवों की तमाम डाक और व्यवसायिक संबंध गतिविधियां बागपत जिले से शुरू हो जाएंगी। इसे लेकर जहां कुछ कर्मचारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा तो वही बागपत जिले के कुछ लोगों के लिए राहत है। इसके पीछे माना जा रहा है कि सही ढंग से डाक विभाग की योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा था तो वहीं दूसरी ओर बागपत में रीजनल आॅफिस की मांग के चलते पोस्ट कम पड़ रही थी। जिस कारण मेरठ के कुछ एरिया जोड़कर बागपत में रीजनल आॅफिस पारित किया जाएगा इसके लिए कवायत शुरू कर दी गई है। इस प्रकरण पर मेरठ जिले के डाक मुख्यालय पर तैनात इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के जिला मैनेजर अमरजीत सिंह ने पुष्टि करते हुए बताया कि बागपत जिले में रीजनल आॅफिस स्थापित करने में कुछ अड़चनें आ रही थी। जिसके लिए पोस्ट और एरिया कम पड़ रहा था। जिसके चलते मेरठ जिले के इन गांवों के लिए को काटकर बागपत मुख्यालय से अटैच किया गया है।
सांसद सत्यपाल की मांग पर भारत सरकार ने लिया संज्ञान: मेरठ जिले के आधा दर्जन से अधिक गांव काटकर बागपत मुख्यालय से जोड़े जाने के पीछे बागपत लोकसभा क्षेत्र के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह द्वारा उठाई गई मांग बताया गया है। डाक विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सांसद लोकसभा द्वारा बागपत में रीजनल आॅफिस स्थापित करने के लिए भारत सरकार से मांग की गई थी। इस प्रकरण पर सरकार ने संज्ञान लेते हुए बागपत में रीजनल आॅफिस की स्थापना का रास्ता साफ कर दिया है।
इसके चलते यहां रीजनल आॅफिस की तैयारी शुरू कर दी गई है और शीघ्र ही रीजनल मैनेजर यहां बैठने लगेंगे। इसके लिए मेरठ जिले के एरिया को काटकर बागपत से जोड़ा गया है। सांसद लोकसभा डॉ. सत्यपाल सिंह की मांग पर भारत सरकार ने तवज्जो करते हुए मेरठ के बजाय बागपत भी रीजनल आॅफिस स्थापित करने की फैसला किया है। जिसके चलते प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सांसद की मांग पर शीघ्र बागपत में रीजनल आॅफिस काम करने लगेगा। जिसके बाद बागपत जिले के लोगों को मेरठ डाक संबंधी किसी भी सेवा के लिए जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस संबंध में सांसद सत्यपाल सिंह की इस उपलब्धि की बागपत क्षेत्र के लोगों ने सराहना की है।