- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- बांस-मिट्टी के सामान...
बांस-मिट्टी के सामान बनेंगे देवरी की पहचान, बांस के बनेंगे कॉटेज
इलाहाबाद न्यूज़: प्रयागराज के मेजा में टोंस नदी के किनारे बसा देवरी गांव अपनी खूबियों से देश-दुनिया में पहचान बनाएगा. महाकुम्भ से पहले इस गांव का कायाकल्प होने वाला है. गांव जिले के पर्यटन स्थलों की सूची में नया नाम होगा. यहां पिकनिक, नौकाविहार करने के साथ ही हरियाली से आच्छादित वातारण में सुकून के पल भी बिता सकेंगे. यहां के उत्पाद आपके घरों की शोभा भी बढ़ाएंगे.
पर्यटन और ग्राम विकास विभाग देवरी गांव को विलेज टूरिज्म के रूप में संवारने की तैयारी में लगा है. टोंस नदी के किनारे बसे देवरी गांव के बांस के कलात्मक उत्पाद और मिट्टी के बर्तन की अलग ही खासियत है. बांस से निर्मित टोकरी, स्टैंड, मेज-कुर्सी, गुलदस्ता व अन्य सजावटी सामान के अलावा मिट्टी के बर्तन सिर्फ जिले में ही नहीं बल्कि देश के कोने-कोने में पहुंचेंगे. यहां के कारीगरों को रोजगार मिलेगा. ग्राम विकास विभाग की ओर से सड़क, बिजली सहित सभी सुविधाएं विकसित की जाएंगी. गांव के लोगों को रोजगार देने के लिए उद्यमियों से भी उन्हें जोड़ा जाएगा.
टूरिज्म विलेज के तहत चयनित देवरी गांव के लिए ग्राम विकास और पर्यटन की ओर से शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा जा रहा है. स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू करा दिया जाएगा.
- बीरेश कुमार
उप निदेशक पर्यटन विभाग
पर्यटकों को कराया जाएगा भ्रमण
पर्यटन विभाग के अनुसार, संगमनगरी आने वाले पर्यटकों को देवरी गांव के बारे में जानकारी दी जाएगी. उन्हें विजिट कराया जाएगा. महाकुम्भ में इस गांव के प्रचार-प्रसार के लिए भी इंतजाम किया जाएगा.
राजस्थान के कारीगर बनाएंगे प्रवेश द्वार
पर्यटन विभाग देवरी गांव की सीमा पर राजस्थान के कारीगरों से प्रवेश द्वार का निर्माण कराएगा. पिकनिक स्पॉट विकसित होगा. नदी किनारे बांस के कॉटेज बनाए जाएंगे. नौका विहार के लिए पक्के घाटों का निर्माण कराने की योजना है