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Deoband: खाई में मिला भाई-बहन का शव, इलाके में मचा हड़कंप
देवबंद: देवबंद के भायला गांव में देवबंद-ननौता मार्ग के किनारे एक खाई में एक बालक और बालिका के शव मिलने से सनसनी फैल गई। दोनों बच्चे ताऊ और चचाजाद भाई-बहन थे। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए और नमूने लिए।घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोधस्वरूप सड़क पर जाम लगा दिया, जिससे क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी रही। अधिकारी ग्रामीणों को समझाने और स्थिति को सामान्य करने में जुटे हुए हैं।
बता दें कि देवबंद के भायला गांव में तंत्र क्रिया के शक में एक बालक और बालिका की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु से हड़कंप मच गया है। ग्रामीणों का मानना है कि इन दोनों बच्चों की हत्या तंत्र क्रिया के कारण की गई है, जबकि पुलिस इसे सड़क दुर्घटना का मामला मान रही है।
भायला निवासी देव सिंह का 11 वर्षीय पुत्र करण और उसके चाचा बिट्टू की 7 वर्षीय बेटी अवनी गुरुवार शाम पांच बजे मंदिर जाने के लिए घर से निकले थे। जब रात तक दोनों वापस नहीं लौटे, तो परिवारवालों ने उनकी तलाश शुरू की। देर रात करीब 11 बजे, ग्रामीणों को देवबंद-ननौता मार्ग के किनारे एक खाई में दोनों के शव मिले। करण का शव सड़क के एक ओर और अवनी का शव खाई में दूसरी ओर पड़ा था।
घटना की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर एकत्र हो गए। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए हैं।
सपा नेता एवं पूर्व मंत्री स्व . राजेंद्र राणा के पुत्र कार्तिक राणा भी घटना स्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों ने सूचना पुलिस को दी। सीओ रविकांत पाराशर और कोतवाल सुनील नागर के अलावा एसडीएम दीपक कुमार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से पूरे मामले की जानकारी लेते हुए बारीकी से छानबीन की।
देवबंद के भायला गांव में एक खाई में दो बच्चों के शव मिलने से पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का मानना है कि यह मामला तंत्र क्रिया के चलते हत्या का हो सकता है, और उन्होंने आशंका जताई है कि बच्चों की हत्या कर उनके शव सड़क किनारे फेंक दिए गए। इस घटना से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की। ग्रामीण देर रात तक अधिकारियों के मौके पर पहुंचने की मांग करते रहे, लेकिन कोई भी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं आया।
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर आवश्यक नमूने जुटाए हैं। सीओ रविकांत पाराशर का कहना है कि प्रथमदृष्टया यह मामला सड़क दुर्घटना का प्रतीत हो रहा है, लेकिन मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
दीपावली के मौके पर इस दुखद घटना ने गांव में मातम फैला दिया है, और दिवाली की खुशियां गम में बदल गई हैं। ग्रामीणों ने मामले की गंभीरता से जांच कर न्याय की मांग की है।