उत्तर प्रदेश

डेंगू न चिकनगुनिया, आखिर ये कैसा हाड़तोड़ बुखार, बुखार ठीक होने के बाद जोड़ों में सूजन-दर्द से लोग परेशान

Harrison
6 Oct 2023 1:35 PM GMT
डेंगू न चिकनगुनिया, आखिर ये कैसा हाड़तोड़ बुखार, बुखार ठीक होने के बाद जोड़ों में सूजन-दर्द से लोग परेशान
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उत्तरप्रदेश | शहर पश्चिमी के इलाकों में पिछले दो माह से बुखार का प्रकोप है. लगभग हर घर में कोई न कोई बीमार है या हो चुका है. लोग कराह रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग यह नहीं पता कर पाया है कि यह कौन सा बुखार है, जिसके ठीक होने के बाद लोग घुटनों और जोड़ों के दर्द से चलने-फिरने में असमर्थ हो रहे हैं. डेंगू और चिकनगुनिया से विभाग इनकार कर रहा है.
धूमनगंज के प्रीतम नगर, जयंतीपुर, रम्मन का पुरवा, भोला का पुरवा, ताड़बाग, हरवारा आदि मोहल्ले में बुखार का ऐसा प्रकोप फैला है कि महीने भर से लोग बीमार हैं. बुखार उतरने के बाद पैरों में सूजन, हाथ-पैर के दर्द से लोग परेशान हैं. शहर में पिछले दस दिनों में शिवकुटी में एक डॉक्टर, प्रीतम नगर में शिक्षक समेत पांच लोगों की मौत भी हो चुकी है. हैरत की बात ये है कि अभी स्वास्थ विभाग भी असमंजस में है कि आखिर ये कौन सा बुखार है. प्रीतमनगर में आयुर्वेद अस्पताल के संचालक राकेश वैद ने बताया कि बुखार और जोड़ों के दर्द के रोज लगभग 50 मरीज उनके यहां इलाज के लिए आ रहे हैं.
भोला के पुरवा के रहने वाले राजकरन कुशवाहा करीब 15 दिनों तक बुखार से पीड़ित रहे. बुखार से पीछा छूटा तो घुटनों और जोड़ों के दर्द से चलने फिरने में तकलीफ हो रही है.
प्रीतम नगर की संगीता सिंह 30 अगस्त को बुखार की चपेट में आईं. चार दिन अस्पताल में भर्ती रहीं. बुखार ठीक होने के बाद अब उनके पैरों में सूजन है. चलने में दिक्कत हो रही है.
धूमनगंज इलाके में बुखार फैला हुआ है. जांच रिपोर्ट में डेंगू-चिकनगुनिया की रिपोर्ट भी निगेटिव आ रही है. ये कौन सा बुखार है इसकी जांच की जा रही है. -एके सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी
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