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उत्तर प्रदेश
ट्विन टावर को तोड़ने की कार्रवाई शुरू, 200 मजदूरों-इंजीनियरों की टीम जुटी
jantaserishta.com
22 Feb 2022 6:44 AM GMT
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जानें मामला।
नोएडा: सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट (Supertech Emrald Court) सेक्टर-93 ए में अवैध करार दिए जा चुके टि्वन टावर (Noida Twin Tower) तोड़ने की तैयारियां तेज हो गई हैं। एडिफिस एजेंसी ने करीब 200 श्रमिक व इंजीनियरों की टीम को काम में लगा दिया है। सबसे पहले इंजीनियर 32 मंजिल तक बनी बिल्डिंग से खिड़की, दरवाजे, ग्रिल और सीमेंटेड ईंट निकलवा रहे हैं, जिससे कि विस्फोटक के दौरान ये चीजें छिटक कर खतरा न बनें। अधिकारियों ने बताया कि कंक्रीट के स्ट्रक्चर से जो भी कुछ निर्माण, लोहा या लकड़ी की सामग्री लगाई गई है, उसे तोड़फोड़ कर निकलवा लिया जाएगा। इसके बाद स्ट्रक्चर में विस्फोटक लगाया जाएगा। दोनों ही टावर विस्फोटक से 22 मई को ढहाया जाना प्रस्तावित है।
नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने टावर तोड़े जाने की तैयारियों की जानकारी भी एजेंसी से ली। रविवार तक मौके पर करीब 80 श्रमिक व इंजीनियर काम कर रहे थे। सोमवार को एजेंसी ने करीब 120 और श्रमिकों को काम पर लगा दिया। साथ ही, एजेंसी के इंजीनियर ब्लास्ट का डिजाइन भी तैयार कर रहे हैं। यह डिजाइन अगले दो दिन में अथॉरिटी को सौंपेंगे। इसमें यह अध्ययन किया जा रहा है कि 32 मंजिल और करीब 102 मीटर ऊंचाई के इन टावर में कहां पर कितना विस्फोटक लगाया जाना है। कंट्रोल ब्लास्ट कितनी देर में होगा। बैकअप प्लान क्या होगा। किस तरफ टावर गिराए जाएंगे।
यह रिपोर्ट मिलने पर अथॉरिटी इसका परीक्षण सीबीआरआई से करवाएगी। रिपोर्ट से यह पता चल जाएगा कि कितना विस्फोटक दोनों टावर तोड़ने में लगेगा। फिर उसी हिसाब से एजेंसी को विस्फोटक खरीदने की मंजूरी मिलेगी। एडिफिस एजेंसी को नोएडा अथॉरिटी ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हुई बैठक में 20 फरवरी से तैयारी शुरू करने का समय दिया था। एजेंसी के स्वीकृत एक्शन प्लान में पहले 15 दिन मौके पर सामान, श्रमिक व मशीन पहुंचाने के लिए हैं।
इस लिहाज से दो दिन गुजर चुके हैं। बाकी 13 दिनों में टावर तोड़ने के लिए जरूरी सभी संसाधन एजेंसी को मौके पर पहुंचाने होंगे। संसाधन पहुंचने के बाद 2 से 3 महीने की तैयारी विस्फोटक लगाने और आस-पास की जगह खाली करवाने के लिए करनी होगी।
टि्वन टावर तोड़ने का काम सुपरटेक बिल्डर से लेने वाली एडिफिस एजेंसी ने दक्षिण अफ्रीका की जेट डिमोलिशन एजेंसी को अपना सहयोगी बनाया है। अफ्रीका की इस एजेंसी के पास कंट्रोल ब्लास्ट कराने के एक्सपर्ट हैं। एक्सपर्ट की टीम 25 फरवरी से शहर में आने की उम्मीद है। तब तक एजेंसी ब्लास्ट के डिजाइन पर मंजूरी हासिल कर चुकी होगी। फिर विस्फोटक लगाने व उसकी वायरिंग तैयार करवाने का काम अपनी निगरानी में दक्षिण अफ्रीका की टीम करवाएगी।
टावर तोड़ने वाली एजेंसी को 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का जोखिम बीमा करवाना है। एजेंसी ने इस बीमा को लेकर प्रक्रिया कहां तक पहुंचाई इसकी जानकारी नोएडा अथॉरिटी एजेंसी से ब्लास्ट डिजाइन आने के बाद लेगी। इसके साथ ही यह भी पूछा जाएगा कि एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के 15 टावर जिनमें लोग रह रहे हैं। बगल की सोसायटी एटीएस विलेज का कितना हिस्सा खाली करवाने की जरूरत एजेंसी समझ रही है। एजेंसी जितना हिस्सा बताएगी अथॉरिटी की कोशिश उससे 10 मीटर ज्यादा एरिया खाली करवाने की होगी।
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