उत्तर प्रदेश

एमडीए के केस जीतने के बाद की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई, साइट आफिस पर चलाया बुलडोजर

Admin Delhi 1
5 Jan 2023 9:56 AM GMT
एमडीए के केस जीतने के बाद की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई, साइट आफिस पर चलाया बुलडोजर
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मोदीपुरम: पल्लवपुरम स्थित अंसल टाउन कॉलोनी में बिना नक्शे के बनाए गए सेल्स आॅफिस पर बुधवार को एमडीए ने कार्रवाई कर दी। हाईकोर्ट में इसको लेकर केस चल रहा था। एमडीए के केस जीतने पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। बुधवार को एमडीए के जोनल अधिकारी वीके सोनकर, नोडल अधिकारी विवेक शर्मा, जेई राकेश पंवार, ईश्वर सिंह, हुकम सिंह, जसवीर सिंह, युद्धपाल, पंकज गुप्ता थाना पल्लवपुरम पुलिस व पीएसी के साथ अंसल टॉउन पहुंचे।

जोनल अधिकारी वीके सोनकर ने बताया कि अंसल टॉउन में बिना नक्शे के सेल्स आॅफिस बनाया गया था। एमडीए के अधिकारियों ने इसे गलत बताया था, जिसके बाद हाईकोर्ट में एमडीए और अंसल के बीच मुकदमा विचाराधीन चल रहा था। एमडीए के मुकदमा जीतने के बाद बुधवार को एमडीए की टीम पुलिस साथ में लेकर अंसल टाउन में पहुंची तथा इस अवैध बने साइट आॅफिस पर बुलडोजर लगाकर गिरा दिया। टीम ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की है। दरअसल, अंसल टाउन कॉलोनी एमडीए से स्वीकृत हैं, इसके लिए ही बिल्डर ने साइट आॅफिस पहले दिन से बनाया था। इसी पर एमडीए ने बुलडोजर चला दिया। ये स्वीकृत कॉलोनी हैं, लेकिन तमाम अवैध ऐसी कॉलोनी हैं, जिनके साइट आॅफिस को तोड़ा नहीं जाता, लेकिन स्वीकृत कॉलोनियों के साइट आॅफिस पर चला बुलडोजर चर्चा का विषय बना हुआ हैं।

अवैध होटल बना, उद्घाटन की तैयारी:

मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) के इंजीनियरों ने शोभापुर पुलिस चौकी के पीछे होटल निर्माण के दौरान सील भी लगाई, लेकिन इसके बावजूद होटल का निर्माण पूरा कर दिया गया। सील को होटल मालिक ने तोड़कर फेंक दिया। वर्तमान में होटल को फाइनल कर उद्घाटन की तैयारी चल रही हैं। ये होटल ग्रीन वर्ज में बना दिया गया हैं। इसमें एक र्इंट भी नहीं लग सकती, लेकिन एमडीए इंजीनियर ने होटल मालिक के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई, जिसके चलते अवैध निर्माणकर्ता का हौंसला बढ़ता चला गया।

ये निर्माण हलवाई का बताया जा रहा हैं। इसी के पास दीपक का होटल निर्माणाधीन हैं। इसका लिंटर डाल दिया हैं। आखिर नींव से लिंटर तक कार्य कैसे होने दिया? इसके लिए जवाबदेही किसकी हैं? क्या जिम्मेदारों पर एमडीए उपाध्यक्ष कोई कार्रवाई करेंगे? इस पर भी एमडीए इंजीनियरों की तरफ से सील की कार्रवाई भी अभी नहीं कराई गयी हैं। जब ये अवैध निर्माणकर्ता मान नहीं रहे है तो फिर इन पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही हैं। ग्रीन वर्ज में शोभपुर पुलिस चौकी के पीछे तमाम अवैध होटल बनकर तैयार हो गए हैं, जिस पर एमडीए कार्रवाई नहीं कर रहा हैं। रजवाहे पर पुलिया बना दी गई तथा अवैध कॉलोनी तक विकसित की जा रही हैं। इन अवैध निर्माणों को लेकर आखिर एमडीए के इंजीनियर मौन क्यों हैं?

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