उत्तर प्रदेश

डेंगू के मरीज बढ़ते ही बढ़ी जम्बो प्लेटलेट्स की मांग, 47 में से 14 को निकले संक्रमित

Admin4
30 Oct 2022 4:15 PM GMT
डेंगू के मरीज बढ़ते ही बढ़ी जम्बो प्लेटलेट्स की मांग, 47 में से 14 को निकले संक्रमित
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ग्वालियर। जिले में इन दिनों मौसमी बीमारियां और डेंगू बीमारी कहर बरपा रहे हैं। हालात यह है कि शहर में लगभग हर घर में कोई ना कोई मौसमी बीमारी से ग्रस्त है। इसके चलते सरकारी अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों में मरीजों से वार्ड भरे हुए हैं। वहीं डेंगू से पीडि़त अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों को प्लेट्लेटस भी चढ़ाए जा रहे हैं। जिस कारण शहर के शासकीय से लेकर निजी पैथोलॉजी में प्लेटलेटस की डिमांड बढ़ गई है।
गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय की माइक्रोबायोलॉजी व जिला अस्पताल की लैब में शनिवार को बुखार से पीडि़त 47 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई, जिसमें 14 मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि हुई। उक्त मरीजों में 11 ग्वालियर व 03 अन्य जिले के शामिल हैं। उधर डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या बढऩे से प्लेटलेट्स की मांग दिनों दिन बढ़ रही है। सामान्य दिनों में जहां हर रोज औसतन 5 से 6 यूनिट प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ती थी। वहीं जयारोग्य चिकित्सालय सहित शहर के अन्य निजी पैथोलॉजी सेन्टरों पर प्रतिदिन 25 से 30 जम्बो प्लेटलेट्स लेने के लिए मरीजों के परिजन पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि बुखार होने पर हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि मरीज के शरीर में पानी की कमी न होने पाए। मरीज को बराबर पानी पिलाते रहें। जयारोग्य चिकित्सालय ब्लड़ बैंक के चिकित्सक डॉ. अमित निरंजन का कहना है कि जयारोग्य के ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स उपलब्ध है। चिकित्सकों के निर्देश पर मरीजो को प्लेटलेट्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
डेंगू में क्यों कम हो जाते हैं प्लेटलेट्स
मादा एडीस मच्छर मांसपेशियों में न काट कर रक्तवाहिनी नसों को निशाना बनाता है, जिससे रक्त में वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता है। खून में संक्रमण बढऩे के बाद खून से पानी अलग होने लगता है और ब्लड में छोटे कणों के रूप में मौजूद प्लेटलेट्स की संख्या के कम होने के कारण खून का थक्का नहीं जम पाता। आरबीसी व प्लाज्मा की अपेक्षा प्लेटलेट्स का जीवनचक्र केवल 7 से 8 दिन का होता है, इसलिए वायरस प्लेटलेट्स को सबसे पहले प्रभावित करता है। खून में यदि आयरन या हीमोग्लोबिन की कमी है तो प्लेटलेट्स कम होने की आशंका 80 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।
20 हजार से कम होने पर चढ़ता है जम्बो प्लेटलेट
जब शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या 20 हजार से कम हो जाए तो शरीर में रक्त स्राव होने की आशंका बढ़ जाती है। बहते-बहते यह खून नाक, कान, मल इत्यादि से बाहर आने लगता है। इसलिए चिकितसकों की सलाह के अनुसार प्लेटलेट्स की संख्या 20 हजार से कम रह जाती है, तब इन्हें चढ़ाए जाने की जरूरत होती है।
14 में 12 डेंगू संक्रमित भर्ती
जांच रिपोर्ट में जिन 14 मरीजों को डेंगू होने की पुष्टि हुई है, उसमें 12 मरीज शहर के शासकीय व निजी अस्पतालों में भर्ती हैं। इसमें ग्वालियर निवासी 17 वर्षीय चांद खान, 9 वर्षीय वैभव गौतम, 5 वर्षीय तृप्ती, 21 वर्षीय आकाश मुरार जिला अस्पताल में और 5 वर्षीय सक्षम, 20 वर्षीय ज्योति, 22 वर्षीय ब्रम्हकुमार, 11 वर्षीय मृदुल, 6 वर्षीय मान्या एवं 30 वर्षीय धर्मेन्द्र सहित मुरैना निवासी 2 मरीज निजी अस्पताल में भर्ती हैं।
जयारोग्य में पहुंचे 2769 मरीज
इधर जयारोग्य चिकित्सालय की ओपीडी में शनिवार को 2769 मरीज उपचार के लिए पहुंचे। इसमें अकेले मेडिसिन विभाग में ही 450 मरीज चिकित्सक को दिखाने पहुंचे। इसके अलावा दूसरे नम्बर पर 316 मरीज चर्म रोग विभाग में पहुंचे। यही स्थिति सिविल अस्पताल व जिला अस्पताल की भी रही।
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