उत्तर प्रदेश

अधिवक्ता को धमका रही दिल्ली पुलिस

Shantanu Roy
27 Aug 2022 6:01 PM GMT
अधिवक्ता को धमका रही दिल्ली पुलिस
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बड़ी खबर
बदायूं। बदायूं के अधिवक्ता नेकपाल कश्यप ने दिल्ली पुलिस पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया है। वहीं दिल्ली पुलिस द्वारा उन्हें एक मुकदमे को ज्वाइन करने के लिए नोटिस भी जारी किया गया है। वजह है कि अधिवक्ता ने दिल्ली पुलिस के दरोगा व सिपाही को घूसखोरी के मामले में रंगे हाथ पकड़वाया था। पुलिस ने ट्रैपिंग के बाद चार महीने पहले उनकी गिरफ्तारी की थी।थाना सिविल लाइंस इलाके के आवास विकास कालोनी निवासी अधिवक्ता नेकपाल कश्यप ने पुलिस आयुक्त दिल्ली को भेजे पत्र में बताया है कि दिल्ली के साउथ वेस्ट इलाके में मौजूद कालकाजी थाने में एक मुकदमा अपराध संख्या 848/21 दर्ज है। इस मुकदमे को ज्वाइन करने के लिए वहां की विवेचक माधुरी ने उन्हें एक नोटिस जारी किया था, इसमें कहा गया था कि वह इस केस की विवेचना को ज्वाइन करें।
अधिवक्ता ने अपना जवाब दिल्ली पुलिस को भेजा। इसमें कहा कि वह पेशे से वकील हैं और मुकदमों में व्यस्त होने के कारण नहीं आ सकते। आरोप है कि वहां की पुलिस उन्हें पहले भी झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे चुकी है। आरोप है कि बीती 21 अगस्त को वहां के दो सिपाहियों ने उनके घर पहुंचकर परिजनों से अभद्रता भी की। साथ ही अधिवक्ता को जबरन घर से ले जाने की धमकी दी गई।14 मार्च को कालका जी थाने में तैनात रहे दरोगा पवन यादव व सिपाही कुलदीप यादव को ट्रैपिंग के पास पुलिस ने कैश समेत पकड़ा था। ट्रैपिंग अधिवक्ता की शिकायत पर की गई थी। क्योंकि दरोगा ने अधिवक्ता पर उसी मुकदमे में फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोप लगाते हुए 12 लाख रुपये रिश्वत मांगी थी और अधिवक्ता द्वारा दिए गए 1.60 लाख कैश समेत पुलिस ने उन्हें दबोचा था। अधिवक्ता की ओर से मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपीगण जेल भेजे गए थे। अधिवक्ता ने शिकायत की प्रति बार काउंसिल आफ इंडिया के अध्यक्ष समेत बार काउंसिल यूपी के अध्यक्ष को भी भेजी है। साथ ही पूरे मामले की जांच किसी अन्य एजेंसी से कराने की मांग उठाई है।
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