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इलाहाबाद न्यूज़: वैष्णव संप्रदाय के जीयर स्वामियों ने नए अखाड़ा परिषद का गठन किया है. माघ मेला के ओल्ड जीटी मार्ग स्थित सनातन धर्म संघ हनुमना रीवा के शिविर में हुई वैष्णव धर्म संसद के दौरान इसकी घोषणा की गई. नए परिषद को अखिल भारतीय श्रीनारायणी रामानुज अखाड़ा परिषद नाम दिया गया है. जगद्गुरु अयोध्यानाथ को अखाड़े का अध्यक्ष और डॉ. कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य 'कौशल' को महामंत्री चुना गया है.
जगद्गुरु राघवाचार्य व हरेरामाचार्य उपाध्यक्ष बनाए गए हैं. जीयर स्वामी श्रीमन्नारायण चिन्न परिषद के मुख्य संरक्षक और जीयर स्वामी लक्ष्मी प्रपन्न संरक्षक होंगे. राम प्रपन्नाचार्य व सुदर्शनाचार्य को भी संरक्षक बनाया गया है. कोषाध्यक्ष रंगनाथाचार्य 'रंजन', उप कोषाध्यक्ष जीयर स्वामी संपत कुमार और उप मंत्री आचार्य नागेश चुने गए हैं. नए अखाड़ा परिषद में कुल 58 सदस्य रखे गए हैं. भविष्य में इसे बढ़ाकर 108 करने की योजना है. कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य ने सभी का स्वागत किया. मौनी अमावस्या की भीड़ के कारण कार्यक्रम विलंब से शुरू हो सका. ऐसे में शुरुआत में ही नए परिषद के गठन का ऐलान कर दिया गया. इस दौरान मंच पर जगद्गुरु रामानुजाचार्य विद्या भास्कर, जगद्गुरु रामानुजाचार्य घनश्यामाचार्य, जगद्गुरु श्रीधराचार्य, जगद्गुरु अच्युत प्रपन्नाचार्य, मधुसूदनाचार्य, जगद्गुरु रघुनाथ देशिक, रामेश्वर प्रपन्नाचार्य, संकर्षणाचार्य, आचार्य नागेश, जगदीशाचार्य, वेंटेंशाचार्य, चक्रपाणि आदि मौजूद रहे.
कुंभ की दोनों एकादशी पर करेंगे शाही स्नान
परिषद गठन के ऐलान के बाद कुंभ मेले में दोनों एकादशी के अवसर पर वैष्णव संप्रदाय के संतों के शाही स्नान की मांग रखी गई. संतों ने कहा कि 2025 में लगने वाले महाकुंभ और इसके बाद उज्जैन के कुंभ में तत्काल इसका प्रबंध हो. इसके लिए सरकारों व यहां के प्रशासन से बात की जाएगी.
एमपी के सीएम के प्रतिनिधि से कहा लगवाएं मूर्ति
कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बुलाया गया था, लेकिन वो नहीं आ सके. उनके प्रतिनिधि के रूप में मध्य प्रदेश के राज्यमंत्री प्रदीप पटेल पहुंचे थे. जीयर स्वामी लक्ष्मी प्रपन्नाचार्य व संपत कुमार ने कहा कि हर प्रदेश में राज्य सरकारें जगद्गुरुरामानुजाचार्य की प्रतिमा लगवाएं. मंत्री ने आश्वासन दिया कि यहां की मांग राज्य सरकार तक पहुंचाएंगे.