उत्तर प्रदेश

ATS कमांडो सेंटर खोलने का फैसला, युद्धस्तर पर काम शुरू, तेज तर्रार अफसरों की होगी तैनाती

jantaserishta.com
17 Aug 2021 7:36 AM GMT
ATS कमांडो सेंटर खोलने का फैसला, युद्धस्तर पर काम शुरू, तेज तर्रार अफसरों की होगी तैनाती
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योगी सरकार ने सहारनपुर के देवबंद में एटीएस कमांडों सेंटर बनाएगी. सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर एटीएस को 2000 वर्गमीटर जमीन अलॉट की है. देवबंद में एटीएस सेंटर बनने का काम तेजी से शुरू हो गया है. वर्तमान परिस्थितियों और चुनौतियों के मद्देनजर योगी सरकार का यह निर्णय जबरदस्त माना जा रहा है. जानकारी मिली है कि प्रदेश भर से चुने हुए करीब डेढ़ दर्जन तेज तर्रार एटीएस अफसरों की यहां पर तैनाती की जाएगी.

बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता और सीएम योगी के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने अपने ट्वीट में लिखा, तालिबान की बर्बरता के बीच यूपी की खबर भी सुनिए, योगीजी ने तत्काल प्रभाव से 'देवबंद' में ATS कमांडो सेंटर खोलने का निर्णय लिया है, युद्धस्तर पर काम शुरू भी हो गया है, प्रदेश भर से चुने हुए करीब डेढ़ दर्जन तेज तर्रार एटीएस अफसरों की यहां तैनाती होगी.
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अफगानिस्तान में तालिबान के विस्तार पर केंद्र को घेरा है. उन्होंने साल 2013 में संसद में दिए गए एक भाषण का जिक्र किया है, जिसमें वे यह कहते नजर आ रहे हैं कि तालिबान के साथ रणनीतिक हितों को स्थापित करने के लिए संवाद कायम किया जाए.
उन्होंने कहा, मैंने पहले ही कहा था कि अमेरिका से अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी तय है. 2013 की शुरुआत में ही मैंने केंद्र को आगाह किया था कि अफगानिस्तान में हमारे हितों की रक्षा के लिए तालिबानियों के साथ एक राजनयिक स्तर पर संवाद स्थापित हो.
ओवैसी ने कहा कि अब हमने 3 अरब डॉलर का निवेश अफगानिस्तान में कर दिया है. किसी सरकार ने ध्यान नहीं दिया. और अब सरकार क्या करेगी. लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने यह भी कहा कि साल 2019 में भी मैंने अफगानिस्तान में तालिबान की गतिविधि को लेकर अपनी चिंताओं को संसद में दोहराया था. जब पाकिस्तान, अमेरिका और तालिबान मास्को में बातचीत कर रहे थे, तब प्रधानमंत्री कार्यालय यह गिन रहा था कि उन्होंने कितनी बार तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को गले लगाया है. हमें अब तक यह नहीं पता कि अफगानिस्तान को लेकर सरकार की नीति क्या है?


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