- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- अजनारा प्रोजेक्ट पर...
नोएडा न्यूज़: सेक्टर-79 स्थित अजनारा द बिलविडर प्रोजेक्ट के खरीदारों की ओर से एनसीएलटी में दायर की गई याचिका पर सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया गया. इस फैसले के घोषित होने के बाद ग्रुप की दिक्कतें और बढ़ेंगी.
यह प्रोजेक्ट अजनारा ग्रुप की ही कंपनी स्किवल बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाया जा रहा था. प्रोजेक्ट को लेकर 80 खरीदारों ने वर्ष 2021 में एनसीएलटी में अपील की थी. उन्होंने कहा था कि उन्हें प्रोजेक्ट में फ्लैट 2018 में मिलने थे, लेकिन अभी तक ढांचा भी पूरा नहीं हो सका है. अर्जी में इन 80 खरीदारों द्वारा बिल्डर को दिए गए 31 करोड़ 81 लाख 81 हजार 278 का ब्योरा भी दिया था. उनकी अपील पर एनसीएलटी में सुनवाई पूरी हो गई है और न्यालाय ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. इस फैसले का इंतजार प्रोजेक्ट के सभी खरीदारों को है. इसके अलावा इसी प्रोजेक्ट को लेकर एक बैंक की ओर से भी एनसीएलटी मे अपील की गई है, जिसमें अभी सुनवाई जारी है. इस प्रोजेक्ट को दो फेज में पूरा किया जाना था. रेरा में कराए गए रजिस्ट्रेशन के अनुसार पहले फेज में चार टावर में 360 फ्लैट का निर्माण होना था, जबकि दूसरे फेज में तीन टावर में 268 फ्लैट का निर्माण किया जाना था.
खरीदारों ने एनसीएलटी में वर्ष 2021 में की थी अपील एनसीएलटी में यह केस नीरव भटनागर वर्सस स्किवल बिल्डकॉन के नाम से चल रहा है. हिन्दुस्तान से हुई वार्ता में नीरव भटनागर ने बताया कि उनके साथ 190 फ्लैट खरीदार जुड़े हैं. 80 खरीदारों ने एनसीएलटी में वर्ष 2021 में अपील की थी, जिस पर अब फैसला आएगा. उन्होंने बताया कि वर्ष 2014-15 में लोगों ने इस प्रोजेक्ट में बुकिंग कराई थी. वायदे के अनुसार उन्हें 2018-19 में फ्लैट मिल जाना चाहिए थे. मौके पर निर्माण कार्य रुका पड़ा है.
सात टावर में फ्लैट बनने थे: इस प्रोजेक्ट को दो फेज में पूरा किया जाना था. रेरा में कराए गए रजिस्ट्रेशन के अनुसार पहले फेज में चार टावर में 360 फ्लैट का निर्माण होना था, जबकि दूसरे फेज में तीन टावर में 268 फ्लैट का निर्माण किया जाना था.