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- मरा बालक डेढ़ दशक बाद...
कुशीनगर: पड़ोसी जिला देवरिया में एक चौकाने वाली खबर प्रकाश में आया है। बताया जाता है कि 15 साल पहले एक बालक को सांप ने काटा था जिसे मृत जानकर मां-बाप समेत परिजनों ने शव को केले के पत्ते में बांधकर घाघरा नदी में प्रवाहित किया था तब सबने उसे मुर्दा मान लिया, अब तकरीबन 15 साल बाद जब युवा अवस्था में बालक अपने गांव जिन्दा वापस लौटा,तो देखकर परिजन हतप्रभ सा हो गए इस चमत्कारी घटना को सुनकर इलाके में सनसनी मच गई है।
घटना उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के युवक अगेश यादव भागलपुर ब्लॉक के जीरासो मुरासो गांव रहने वाला है, अगेश यादव को 15 वर्ष पहले सांप ने डस लिया था, जिसके बाद उसके माता-पिता ने शव को केले के पत्ते में बांधकर घाघरा नदी में प्रवाहित कर दिया था। तब बालक की मृत्यु मान घर वाले भूल गए। 15 वर्ष बाद जब वह गांव जिंदा लौटा, तो अगेश को देख अचंभित हो गए और किसी को विश्वास नहीं हुआ। उसके बाद उसने जो आपबीती बताई, तो सबकी आंखें भीगी की भीगी रह गई, खोने का गम और पाने की खुशी में मां-बाप की आंखों से आंसू की धार रूकने का नाम नहीं ले रही थीं।
अगेश यादव ने बताया कि सांप काटने के बाद उसे कुछ नहीं पता कि उसके साथ आगे क्या हुआ ? अचानक से जब उसकी आंख खुली, तो वह कुछ मछुआरों के बीच में था, जब बाद में होश आया और कुछ दिन बाद उनसे बातचीत की, तो उसे मछुआरों ने बताया कि उन्होंने उसका शव नदी से पाया अगेश ने बताया कि वह नदी की धारा संग बहते-बहते करीब 5 सौ किमी बिहार के कटिहार जिले के अररिया घाट पहुंच गया था, यहां किसी मछुआरे ने मछली के लिए जाल फेंका, तो उसका शव उसकी जाल में फंस गया, जिसके बाद मछुआरों ने केले के पत्ते को खोला तो उसमें उसका शव मिला।
सपेरे ने दी नई जिंदगी: अगेश ने बताया कि शव मिलने के बाद घबराए मछुआरों ने एक सपेरे को बुलाया, सपेरे ने अपने तांत्रिक विद्या से उसके पांव पर एक जड़ी-बूटी लगाई और चीरा लगा दिया जिसके बाद उसे होश आ गया, इसके बाद सपेरे ने अगेश को पुत्र मान अपने साथ रख लिया,कुछ दिन बाद सपेरा अगेश को लेकर हरियाणा चला गया और वहां उसे किसी और के हाथों बेचने की कोशिश करने लगा, इसकी भनक लगते ही अगेश ने ट्रक वालों से बातचीत की और एक ट्रक वाले के साथ भागकर बलिया जिले के बेल्थरा स्टेशन पहुंच गया, वहां उसने एक दुकानदार को अपनी आपबीती बताई और अपने गांव का नाम बताया, दुकानदार ने गांव के बारे में पता लगा तब परिजनों को इसकी सूचना दी।
गांव में खुशी का माहौल: मां बाप समेत पूरा गांव जिस बच्चे को मरा मान चुका था,जब वह लड़का जिंदा गांव लौटा, तो पूरा परिवार और ग्रामीण खुशी से झूम उठे, लोगों ने ताली बजाकर अगेश यादव का स्वागत किया, उसके दोस्तों ने उसे गले से लगा लिया, खुशी के मारे सबकी आंखों से खुशी की धारा निकल पड़ी गांव में उत्सव का माहौल बन गया और इस तरह 15 साल पहले मर चुके अगेश की घर वापसी हो गई।