उत्तर प्रदेश

कोल्ड स्टोरेज हादसे में 50 घंटे बाद मिले शव

Admin4
25 April 2023 11:03 AM GMT
कोल्ड स्टोरेज हादसे में 50 घंटे बाद मिले शव
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बुलन्दशहर। बुलन्दशहर कोल्ड स्टोरेज हादसे मामले में क़रीब 50 घंटों के रेस्क्यू के बाद दिनेश और हरिचंद के शव कोल्ड स्टोरेज से बाहर निकाले गए। शवों को देख दोनों ही परिवारों में कोहराम मच गया। पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंपे गए हैं। जबकि गमगीन माहौल में दोनों का अंतिम संस्कार कराया गया।
NDRF, SDRF, PAC, फायर सर्विस टीम और कई थानों की पुलिस द्वारा करीब 50 घंटो तक चलाये गए रेस्क्यू ऑपरेशन में कोल्ड स्टोरेज से दिनेश और हरिचंद के शव निकाले गए। शवों को देख दोनों के परिजनों में हाहाकार मच गया। बता दें कि करीब 50 घंटों की मशक्कत के बाद बेसमेंट में लगे चार पीलर और दो जाल काटकर टीम शवों तक पहुंची। इस दौरान हरिचंद का शव, सिर से पैर तक पीलर के नीचे दबा मिला। जबकि दिनेश का शव उससे करीब 10 फिट दूर मिला। दिनेश का सिर और पैर पर पीलर पड़े मिले।
टीम द्वारा देर रात ही दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया गया जबकि एक ही मोहल्ले में एक साथ दो शव पहुंचने पर वहां पसरा सन्नाटा दर्द भरी चीत्कार में तब्दील हो गया। हरिचंद के परिवार ने दावा किया कि परिवार के वह अकेले कमाने वाला था। जबकि वह अगले कुछ ही दिनों में अपनी दो जवान बेटियों की शादी कराना चाहते थे। इस हादसे में जहां वह अपने पीछे अपनी पत्नी और व 3 बच्चे छोड़ गए हैं, तो वहीं उनकी मौत के बाद परिवार पर आर्थिक संकट मंडरा रहा है।
बता दें कि हरिचंद और दिनेश एक ही मोहल्ले के निवासी थे दोनों ही हादसे वाली रात स्टोरेज में गाजर लोडिंग करने गए थे। दिनेश के परिवार ने बताया कि दिनेश भी मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था। जबकि जून महीने में दिनेश की शादी होनी थी। दिनेश का परिवार भी सरकार से आर्थिक मदद की गुहार लगा रहा है।
गौरतलब है कि सिकन्द्राबाद के ओल्ड खुर्जा रोड स्थित सनशाइन कोल्ड स्टोरेज में गाजर लोडिंग के दौरान स्ट्रक्चर धंसने से अंदर 4 मजदूर फंस गए थे। आकाश और गौरव को राहत-बचाव में लगीं टीमें पहले ही सैकुशल बाहर निकाल चुकी थीं। जबकि हादसे के क़रीब 50 घंटे बाद देर रात क़रीब डेढ़ बजे कड़ी मशक्कत के बाद हरिचंद और दिनेश के शव कोल्ड स्टोरेज से बाहर निकाले गए हैं।
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