उत्तर प्रदेश

बेहद क्षतिग्रस्त हालत में पहुंचा दौराला-बरनावा मार्ग, आए दिन हो रहे हादसे

Admin Delhi 1
20 Feb 2023 10:06 AM GMT
बेहद क्षतिग्रस्त हालत में पहुंचा दौराला-बरनावा मार्ग, आए दिन हो रहे हादसे
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सरधना: दौराला-बरनावा मार्ग सरधना क्षेत्र के लिए अभिशाप बन चुका है। मार्ग सालों से बेहद क्षतिग्रस्त हालत में पड़ा है। मार्ग पर गहरे गहरे गड्ढे हो गए हैं। सड़क निर्माण तो दूर मार्ग की मरम्मत तक नहीं कराई जा रही है। कई जगह मार्ग पर इतने गहरे गड्ढे हो गए हैं कि वाहन पलट जाते हैं।

सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण यहां आए दिन हादसे हो रहे हैं। सालों से इस मार्ग के चौड़ीकरण की मांग उठ रही है। मगर इस रास्ते के अच्छे दिन आने को तैयार नहीं हैं। प्रशासन की उदासीनता के चलते राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

दौराला-बरनावा मार्ग सरधना से होकर निकलता है। लंबे समय से इस मार्ग का निर्माण नहीं हुआ है। जिसके चलते मार्ग पूरी नहीं क्षतिग्रस्त हालत में पहुंच चुका है। मार्ग पर जगह जगह गहरे गड्ढे हो गए हैं। बरनावा की ओर भूनी तक तथा दौराला की ओर पूरा मार्ग जर्जर हो चुका है। कई जगह तो मार्ग पर इतने गहरे गड्ढे हो गए हैं कि वाहन पलट जाते हैं।

यह मार्ग सरधना का सबसे मुख्य मार्ग है। कायदे में इस मार्ग का चौड़ीकरण होना चाहिए। बीच में डिवाइडर के साथ फोर लेन सड़क बननी चाहिए। जिसको लेकर सालों से यहां के लोग मांग उठा रहे हैं। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। नेता भी चुनाव के दौरान सड़क बनवाने का वादा कर देते हैं, लेकिन उसके बाद भूल जाते हैं।

मार्ग पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। सिस्टम की अनदेखी लोगों पर भारी पड़ रही है। मगर कोई सरधना के लोगों की दर्द सुनने को तैयार नहीं है। कहने को सड़क निर्माण के नाम पर लोक निर्माण विभाग भी टेंडर छोड़ने और पैसा पास होने की बात कर रहा है। मगर सबकुछ कागजों में ही चल रहा है। धरातल पर सड़क बनने को तैयार नहीं है।

अधिकारियों का मुंह चिड़ा रहे सड़क के गड्ढे: नगर को आसपास के ग्रामीण इलाकों से जोड़ने वाली कई महत्वपूर्ण मुख्य सड़कें पिछले कई वर्षों से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। सड़क पर बड़े गड्ढे संबंधित विभागों के अधिकारियों का मुंह चिड़ा रहे रहे हैं और परेशानी का सबब बने हुए हैं। सड़क मार्ग के दोनों तरफ भी कई जगह गहरे गड्ढे हो रखे हैं। जिससे कभी भी हादसा घटित हो सकता है। सड़कों पर बने बड़े-बड़े गड्ढे हादसों का कारण बन रहे हैं, लोग दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों की नींद टूटती नहीं है।

ऊबड़-खाबड़ राहों से गुजरना बना मजबूरी: आवागमन के लिए सुगम रास्ते उपलब्ध करवाना भी सरकार की जिम्मेदारी होती है, लेकिन दौराला-बरनावा मार्ग सरधना से होकर निकलता है। इस सड़क में गड्ढे कितने है ये गिनने से सड़क कितनी बची है, इसका हिसाब लगाना आसान है, रोजाना सैकड़ों वाहन चालक अपनी जान जोखिम में डालकर इस ऊबड़-खाबड़ रास्ते से गुजरने को मजबूर है। देखरेख के अभाव में सड़क मार्ग कई जगहों पर जीर्ण-शीर्ण हो गया है। मार्ग में जगह-जगह गड्ढे पत्थर निकल आये हैं। जिससे वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

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