उत्तर प्रदेश

दलित महिला ने खून से लिखा राष्ट्रपति को पत्र, 'आजम खान को रिहा करें या फिर मुझे दे इच्छा मृत्यु'

Deepa Sahu
11 Dec 2021 5:35 PM GMT
दलित महिला ने खून से लिखा राष्ट्रपति को पत्र, आजम खान को रिहा करें या फिर मुझे दे इच्छा मृत्यु
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आजम खान को भगवान स्वरूप मान उनकी पूजा करने वाली रामपुर की एक दलित महिला नेहा राज ने राष्ट्रपति को अपने खून से पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है.

आजम खान को भगवान स्वरूप मान उनकी पूजा करने वाली रामपुर की एक दलित महिला नेहा राज ने राष्ट्रपति को अपने खून से पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है. 26 मई 2019 से सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर के सांसद आजम खान को रिहा किए जाने की मांग उठा दी गई है. कहा जा रहा है कि आजम खान के साथ इंसाफ नहीं किया गया. ऐसे में अब नेहा ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की है.

आजम खान की रिहाई के लिए पत्र
पत्र में उन्होंने लिखा है कि मेरा नाम नेहा राज है और मैं दलित समाज से हूं. मैंने 25 मई 2021 को देश के राष्ट्रपति महोदय को एक पत्र अपने खून से लिखा था. उसमें मैंने आजम खान की रिहाई की मांग की थी. आज़म खान पिछले 2 साल से जेल में बंद हैं. नेहा राज ने कहा आजम खान की खता यह है कि उन्होंने दलित गरीब मजदूर के हाथ में कलम देने का काम किया. लेकिन अब वे उसकी सजा काट रहे हैं.
नेहा राज ने कहा मैं आजम खान को भगवान की तरह पूजती हूं. मैं आजम खान पर जुल्म ज्यादती होते हुए नहीं देख सकती. इसलिए मैंने राष्ट्रपति को अपने खून से पत्र लिखा है. राष्ट्रपति आजम खान के साथ इंसाफ करें या मुझे इच्छा मृत्यु की अनुमति दें. हम ऐसे देश में नहीं रहना चाहते हैं जिसमें लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ हो रहा है. मौजूदा सरकार लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रही है.
अब जानकारी के लिए बता दें कि आजम खान 2019 से सीतापुर जेल में सजा काट रहे हैं. पहले उनकी पत्नी भी जेल में सजा काट रही थीं. लेकिन फिर उन्हें रिहा कर दिया गया. अवैध जमीन कब्जाने, फर्जी कागज़ात पेश करने समेत अन्य कुछ मसलों में उनपर केस चल रहा है. आजम खान के अलावा उनके बेटे अब्दुल्ला भी इस वक्त जेल में ही हैं.
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