- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- आपकी जमा पूंजी पर...
वैश्विक महामारी कोविड-19 के बाद से साइबर ठगों ने अपनी जड़े बेहद मजबूत कर ली हैं। साइबर ठग अलग-अलग पैंतरा अपना कर जनता से लगातार ठगी कर रहे हैं। इसी कड़ी में साइबर ठगों ने दो महिलाओं समेत एक कारोबारी से लाखों रुपये की ठगी कर उनकी जमा पूंजी हड़प ली है। ठगी का शिकार होने पर पीड़ितों ने कृष्णानगर और आशियाना कोतवाली में तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है। हालांकि पुलिस ने इन सभी मामलों की जांच साइबर क्राइम सेल को सौंप दी है।
आलमबाग थानाक्षेत्र के स्नेहनगर निवासिनी प्रीति तिवारी के मुताबिक, बीते 16 से 27 अगस्त के बीच साइबर ठगों ने उनके खाते से 46 हजार रुपये उड़ा लिए हैं। साइबर ठगों ने कई किश्तों से उनके बैंक खाते से रकम पार की। जब वह बैंक पहुंची तो उन्हें रूपयों की निकासी की जानकारी हुई। बैंक कर्मचारियों से उन्हें साइबर ठगी बात पता चली। जिसके बाद पीड़िता ने कृष्णानगर कोतवाली में तहरीर देते हुए साइबर ठगों के खिलाफ आईटीएक्ट का मुकदमा दर्ज करवाया है। इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी आलोक कुमार राय ने बताया कि साइबर क्राइम सेल यूनिट मामले की छानबीन कर रही है।
आशियाना थानाक्षेत्र के रुचिखंड, शारदानगर निवासी विपिन पांडे के मुताबिक, उनके पिता अखिलेश पांडे एक टाटा मैजिक खरीदना चाहते थे। इस दौरान उनके पिता की कॉल पर राजीव शर्मा से बातचीत हुई है। उस वक्त बताया कि राजीव शर्मा ने व्हाट्सएप नंबर पर एक टाटा मैजिक की फोटो भेजकर 03 लाख 80 हजार रुपये में गाड़ी की खरीद-फरोख्त तय की। इसके बाद जालसाज ने उनके पिता के व्हाट्सएप नंबर पर एक लिंक भेज दिया, लिंक को खोलते ही पीड़ित के खाते से 30 हजार रुपये कटकर जालसाज के खाते में पहुंच गए। इसके बाद पीड़ित ने जालसाज से शिकायत की तो उसने दूसरा लिंक भेजकर पैसा भेजने की बात कहीं। जालसाज पर भरोसा कर पीड़ित ने उसके बताए हुए सभी लिंक को खोल दिया। इस तरह भेजे गए छह लिंक से पीड़ित के खाते से जालसाज से एक लाख 80 हजार रुपये की रकम पार कर दी। ठगे जाने के बाद पीड़ित ने आशियाना कोतवाली में तहरीर देते हुए साइबर ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
तीसरा केस : आशियाना थानाक्षेत्र के रतनखंड निवासिनी वैशाली सिंह ने बताया बुधवार को एक जालसाज ने अनजान नंबर से कॉल कर उनके चाचा की आवाज में उनके भाई से बात की और कहा कि मुझे किसी से 25 हजार रुपये लेना है। लिहाजा अपने पेटीएम का क्यूआर कोड भेज दो। इस पर पीड़िता व उनका भाई जालसाज की साजिश में फंस गया और जालसाज द्वारा बताए गए नंबर पर क्यूआर कोड भेज दिया। कुछ ही घंटे बाद जालसाज ने भाई-बहन के खाते से एक लाख चार हजार रुपये उड़ा लिये है। रुपयों की निकासी का मैसेज आने पर पीड़ितों को ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद पीड़ित ने आशियाना कोतवाली में तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है।
न्यूज़ क्रेडिट: अमृतविचार