उत्तर प्रदेश

होलिकोत्सव पर 13 दिन होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, धार्मिक आयोजनों को देंगे सांस्कृतिक व साहित्यिक रंग

Admin Delhi 1
22 Feb 2023 9:42 AM GMT
होलिकोत्सव पर 13 दिन होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, धार्मिक आयोजनों को देंगे सांस्कृतिक व साहित्यिक रंग
x

मथुरा न्यूज़: ब्रज में नित मनाए जाने वाले धार्मिक आयोजनों को सांस्कृतिक और साहित्यिक रंग दिया जाएगा. इस वर्ष मार्च माह से प्रारंभ होने वाले 13 दिवसीय होलिकोत्सव से लेकर दिसंबर माह में होने वाली गीता जयंती तक धार्मिक त्योहारों-पर्वों पर लोकगीतों, भजनों के अलावा सूरदास, मीरा और रसखान के पद सुनने को मिलेंगे. उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की ओर से स्थानीय कलाकारों के साथ साथ देश के अन्य मूर्धन्य कलाकारों को भी आमंत्रित किया जाएगा.

उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के वार्षिक कलेंडर के अनुसार मार्च माह में नंदगांव में फाग आमंत्रण, बरसाना की लड्डू होली, बरसाना की लठामार होली, रंगभरती एकादशी पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि-बिहारीजी की होली, गोकुल की छड़ीमार होली पर पारंपरिक समाज गायन देखने को मिलेगा. मई माह में दो दिवसीय सूरदास जयंती मनाई जाएगी, जिसमें सूरदास, मीरा और रसखान के पद गायन होंगे. जुलाई और अगस्त में हरियाली तीज पर झूलनोत्सव मनाया जाएगा, जिसमें सावन के लोकगीतों की प्रतियोगिता कराई जाएगी. अगस्त माह में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जन्मस्थान और विभिन्न स्थानों पर बनाए गए छोटे मंचों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाएंगे. इसमें बाहर से आए कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे, जबकि स्थानीय कलाकार भी अपना हुनर दिखाएंगे.

सितंबर माह में राधाष्टमी पर श्रीहरिदास अंतर्राष्ट्रीय संगीत समारोह मनाया जाएगा, जो दोदिवसीय होगा. इसमें संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियां होंगी. यह आयोजन वृंदावन में ऑडीटोरियम या मथुरा में मुक्ताकाशीय रंगमंच पर कराया जाएगा, इसमें कई कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा. सितंबर माह में ही पितृ पक्ष में पांच दिवसीय सांझी महोत्सव आयोजित होगा. इस अवसर पर रसखान समाधि परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. अक्टूबर माह में शरद पूर्णिमा पर दोदिवसीय शरदोत्सव आयोजित होगा, इसमें चंद्रसरोवर पारसौली और वृंदावन ओएटी पर महारास का आयोजन होगा.

नवंबर माह में कार्तिक पूर्णिमा पर ब्रज रज उत्सव आयोजित होगा, इसमें बाहरी और स्थानीय कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. दिसंबर माह में गीता जयंती पर गीता शोध संस्थान, वृंदावन में संगोष्ठी और प्रदर्शन आयोजित होगी.

Next Story