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पुनर्जन्म, आत्मा और मोक्ष की पढ़ाई कराएगा सीएसजेएमयू
कानपूर: छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में अब पुनर्जन्म, आत्मा और मोक्ष की पढ़ाई कराई जाएगी. रामायण, महाभारत, गीता से लेकर वेद और उपनिषद के ज्ञान पर रिसर्च होगी. विवि में पहली बार हिन्दू स्टडीज का पाठ्यक्रम शुरू हुआ है, जिसमें सभी सनातनी परंपराओं को अलग-अलग हिस्सों में बांट कर पढ़ाया जाएगा. विवि से छात्र हिन्दू स्टडीज में परास्नातक और पीएचडी कर सकेंगे.
हिन्दू धर्म का आरंभ, संस्कृति व परंपराओं के बारे में जानने की उत्सुकता बढ़ रही है. इसे देखते हुए पहली बार विवि ने कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की पहल पर हिन्दू स्टडीज कोर्स शुरू किया है. इस कोर्स के परास्नातक में 30 सीट व पीएचडी में दो सीट हैं. परास्नातक में छात्रों को पुनर्जन्म, बंधन, मोक्ष, विमर्श के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाएगा. आत्मा का कांसेप्ट और सभी परंपराओं में आत्मा तत्व का क्या मतलब होता है, पढ़ाया जाएगा. छात्रों को वैदिक काल से अब तक हिन्दू परंपराओं में आ रहे बदलाव को भी समझने में मदद मिलेगी. वहीं, पीएचडी में छात्र हिन्दू परंपरा और संस्कृति पर शोध कर सकेंगे, जिससे कई गूढ़ रहस्यों का पता चलेगा.
पीएचडी में किसी भी संकाय का परास्नातक छात्र ले सकेगा दाखिला विवि हिन्दू स्टडीज में पीएचडी भी कराएगा. विवि ने पहली बार इस कोर्स को पीएचडी में शामिल किया है. इसमें सिर्फ दो सीटें रखी गई हैं. कला, विज्ञान, वाणिज्य या किसी भी संकाय में परास्नातक करने वाले अभ्यर्थी हिन्दू स्टडीज से पीएचडी में दाखिला ले सकते हैं.
पीजी-पीएचडी में दाखिले की उम्र सीमा तय नहीं
प्रदेश में हिन्दू स्टडीज विषय में परास्नातक (पीजी) और पीएचडी कराने वाला सीएसजेएमयू पहला विवि है. अभी तक बीएचयू में हिन्दू स्टडीज में पढ़ाई होती है. परास्नातक, पीएचडी में दाखिला लेने को अभ्यर्थियों की उम्र सीमा तय नहीं हुई है.
हिन्दू स्टडीज पाठ्यक्रम को प्रदेश में शुरू करने वाला सीएसजेएमयू पहला राज्य विवि है. इस सत्र से परास्नातक, पीएचडी में दाखिला हो रहा है. हिन्दू स्टडीज में हर वर्ग और उम्र के लोगों की रुचि दिख रही है. अब तक परास्नातक की 30 सीट में 12 दाखिले हो चुके हैं. -डॉ. विशाल शर्मा, मीडिया प्रभारी, सीएसजेएम विवि
मुख्य रूप से ये होंगे कोर्स
संस्कृत परिचय, प्रमाना सिद्धांत, वाद परंपरा, तत्व विमर्श, धर्म-कर्म विमर्श, इंडियन क्लासिकल लिट्रेचर, धर्म दर्शन और संस्कृति, हिन्दू फिलॉस्पी, प्राचीन भारतीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी.