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क्राइम ब्रांच ने अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया
गाजियाबाद: दिल्ली-एनसीआर में अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए क्राइम ब्रांच ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों के पास से पिस्तौल और पांच तमंचे बरामद हुए हैं. पुलिस का कहना है कि आरोपी अलीगढ़ निवासी सप्लायर से अवैध हथियार लाते थे. सप्लायर समेत गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.
एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी को असलहा तस्करों के बारे में सूचना मिली थी. जिसके आधार पर क्राइम ब्रांच टीम ने मसूरी क्षेत्र में तस्करों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आरोपियों में सौरभ चौधरी और केतन यादव उर्फ हैप्पी निवासी प्रताप विहार विजयनगर शामिल हैं. सौरभ मूलरूप से ग्राम बसौली थाना गोंडा जनपद अलीगढ़ का रहने वाला है. एडीसीपी क्राइम की मानें तो पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 12वीं पास सौरभ यहां रहकर इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी के शोरूम पर काम करता था. इसके बाद उसने फास्ट फूड का स्टॉल लगाया, लेकिन काम नहीं चला. इसी दौरान वह अपने गांव के रहने वाले हथियारों के सौदागर कालू उर्फ योगेश के संपर्क में आया.
सौरभ ने कालू के साथ मिलकर हथियारों की तस्करी शुरू कर दी और उसे मोटी आमदनी होने लगी. इसी दौरान उसका संपर्क अपराधिक प्रवृति के केतन यादव से हुआ. जिसके बाद नों ने मिलकर दिल्ली-एनसीआर में अवैध असलहा की सप्लाई का काम शुरू कर दिया.
पिस्तौल 35 हजार तो तमंचा से पांच हजार में बेचते थे एडीसीपी क्राइम के मुताबिक सौरभ ने बताया कि वह और उसका साथी अलीगढ़ के गांव बसौली गौंडा निवासी योगेश उर्फ कल्लू फौजदार से हथियार खरीदकर लाते थे. 20 हजार में खरीदी पिस्टल को 35 हजार रुपए में और हजार में खरीदे तमंचे को से पांच हजार रुपए में बेचते थे. वहीं, केतन ने पुलिस को बताया कि तस्करी से पूर्व वह अपने मामा के साथ मिलकर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था. वह पूर्व में मादक पदार्थों की तस्करी समेत अन्य मामले में जेल भी जा चुका है. पुलिस का कहना है कि केतन के खिलाफ चार केस दर्ज मिले हैं. एडीसीपी क्राइम का कहना है कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.