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भूमिगत निर्माण कार्य के चलते सेंट जोजफ कॉलेज की दीवारों में आई दरार
मेरठ न्यूज़: रैपिड रेल के भूमिगत निर्माण के बाद बेगमपुल स्थित सेंट जोजफ इंटर कॉलेज की दीवारों में दरार आ गई है। सेंट जोजफ इंटर कॉलेज की प्राचीन दीवार और बिल्डिंग पर खतरा मंडवारा गया है। बिल्डिंग गिर सकती है। इन संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता। इसी के चलते 20 दिन रैपिड रेल अधिकारियों ने कॉलेज को बंद करा दिया था। इस दौरान छात्रों और टीचरों का आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया था, लेकिन अचानक फिर से जिस बिल्डिंग में दरार आई है, उसमें छात्र-छात्राओं के अध्यापन का काम आरंभ हो गया है। ऐसे में बड़े हादसे की संभावनाएं प्रबल होती जा रही हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि अधिकारियों को सभी स्कूल कॉलेज खोलने की अनुमति देनी चाहिए थी। जब पूरी तरह से सेंट जोजफ इंटर कॉलेज की दीवारें और लिंटर, जिसमें दरारे आ गई है पूरी तरह से मरम्मत की ग्जानी चाहिए थी, लेकिन यहां अभी मरम्मत भी नहीं हुई है कि स्कूल में अध्यापन का काम शुरू हो गया है। 'जनवाणी' फोटो जर्नलिस्ट ने मंगलवार को सेंट जोजफ इंटर कॉलेज परिसर में पहुंचे और जिन दीवारों में दरारे आ गई है, उनको कैमरे में कैद कर लिया।
हालांकि कैमरा चलने की आहट से स्कूल परिसर में हड़कंप मच गया। हर किसी ने कहा कि कैमरा क्यों चलाया गया? क्योंकि छात्र-छात्राओं की कक्षाएं चलाने की अभी रैपिड रेल के अधिकारियों ने अनुमति नहीं दी थी। फिर भी स्कूल कैसे खुल गया? यह बड़ा सवाल है। दरअसल, सेंट जोजफ इंटर कॉलेज के पास बारिश के दिनों में मिट्टी नीचे गिर गई थी, जिसके बाद दीवार भी दरक गई थी। इसके बाद ही आनन-फानन में रेल के अधिकारियों ने जेसीबी मशीन और तमाम उपकरणों का प्रयोग करते हुए नीचे दरकी मिट्टी को भरने का काम किया। दरक गई मिट्टी को लेवल में तो कर दिया, लेकिन कॉलेज की दीवारों में बड़ी बड़ी दरार, जो है बिल्डिंग के हादसे से पहले बहुत कुछ कह रही है। इसको स्कूल प्रबंधन और रैपिड रेल के अधिकारियों को बेहद गंभीरता से लेना चाहिए। क्योंकि छात्र-छात्राओं की बहुमूल्य जिंदगी है, इसमें जरा सी लापरवाही से छात्र-छात्राओं की जान जा सकती है। रैपिड रेल के अधिकारियों को चाहिए कि सबसे पहले प्राथमिकता के आधार पर सेंट जोजफ इंटर कॉलेज कि जिस दीवार और लिंटर में दरारें आई हैं,
उसकी तत्काल मरम्मत करें और छात्र-छात्राओं को सुरक्षित बिल्डिंग में ही अध्यापन का कार्य कराया जाए। इससे पहले फैज-एक आम इंटर कॉलेज की दीवारों और लिंट में भी दरार आ गई थी। उसकी मरम्मत का कार्य तो किया, लेकिन बिल्डिंग जर्जर हो गई। उसकी मियाद अब खत्म हो गई हैं। दरार आने के बाद विशेषज्ञों का कहना है कि मकान की गुणवत्ता को लेकर रिस्क नहीं लिया जा सकता, तभी तो दरार आई हैं