- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- अदालत ने यूपी सरकार से...
अदालत ने यूपी सरकार से मांगा शपथ पत्र, पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल

बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल पुलिस कार्रवाई के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआई आदि एजेंसी पहले से ही जांच कर रही हैं। ऐसे में महज उत्पीड़न के इरादे से पुलिस तमाम मुकदमे लगा रही है। इस मामले में अदालत ने राज्य सरकार से शपथ पत्र मांगा है।
बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ पहले से ही ईडी, सीबीआई जैसी एजेंसियां जांच कर रही हैं। लेकिन, विधानसभा चुनावों के बाद सहारनपुर पुलिस भी सक्रिय हो गई है। एक ओर जहां हाजी इकबाल उनके छोटे भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली के मकान पर बुलडोजर चला दिया गया, वहीं गैंगस्टर के साथ ही दुराचार जैसे गंभीर मामले भी दर्ज कर दिए गए हैं।
गैंगस्टर के मामले में हाजी इकबाल के भाई महमूद अली और तीन बेटे जेल में हैं। जबकि पूर्व एमएलसी अभी पुलिस पकड़ से दूर हैं। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया हुआ है। हाईकोर्ट के अधिवक्ता इंद्रभान यादव ने बताया कि पूर्व एमएलसी की ओर से लखनऊ हाईकोर्ट बेंच में केन्द्र और राज्य सरकार के तमाम अफसरों को पार्टी बनाते हुए याचिका दाखिल की गई है। मामले की सुनवाई जस्टिस राजन राय और शेखर कुमार यादव की संयुक्त पीठ ने की। अदालत ने सरकार से इस पूरे मामले में शपथ पत्र देने को कहा है। साथ ही अगली सुनवाई के लिए 24 अगस्त की तारीख नियत की है।
घर पर गैरजमानती वारंट चस्पा
रविवार को सीओ कई थानों की फोर्स के साथ मिर्जापुर स्थित हाजी इकबाल की कोठी पर पहुंचे। पुलिस ने हाजी इकबाल के आवास पर गैर जमानती वारंट चस्पा किए। इसके साथ ही पुलिस ने लाउडस्पीकर से इसका एलान भी किया है। इस दौरान भारी संख्या में पुलिसबल भी तैनात रहा है। हाल ही में 25 हजार के इनामी पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। महिला थाने में दर्ज रेप के मुकदमे में हाजी इकबाल और उनके सहयोगियों के खिलाफ कोर्ट ने गैरजमानती वारंट जारी किए थे।