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भैंसाली अड्डे के सौंदर्यीकरण के लिए किया जाएगा कॉस्मेटिक वर्क
मेरठ न्यूज़: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के नोडल अधिकारी रविंद्र सिंह ने शनिवार को मेरठ क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा के लिए बस स्टैंड पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने कम खर्च में भैंसाली बस अड्डे को खूबसूरत बनाने के लिए अधिकारी की टीम के साथ निरीक्षण किया। जिनमें आर्किटेक्ट भी शामिल रहे।
शनिवार सुबह मेरठ पहुंचे नोडल अधिकारी रविंद्र सिंह पहले मोदीपुरम स्थित वर्कशॉप पहुंचे। जहां वर्कशॉप में बसों की देखरेख के संबंध में सेवा प्रबंधक सत्यनारायण से जानकारी ली। तीन दिन पूर्व गाजियाबाद में आग लगने से स्वाहा हुई बस का निरीक्षण करते हुए इसके बारे में आरएम केके शर्मा से जानकारी ली। जिन्होंने बताया कि इसकी जांच के लिए अधिकारियों की टीम गठित कर दी गई है।
इस दौरान उन्होंने सेवा प्रबंधक को निर्देश दिए कि ठंड और कोहरे के मौसम को देखते हुए संचालन के लिए निर्धारित 14 बिंदुओं पर खरी उतरने के बाद ही बसों को संचालन के लिए रोड पर उतारने के निर्देश जारी किए। इसके उपरांत आरएम कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें सर्दी के मौसम में बसों के संचालन से अधिक से अधिक आय प्राप्त करने और यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के संबंध में चर्चा की गई।
आरएम केके शर्मा ने उन्हें बताया कि सभी एआरएम इन दिनों बसों का निरीक्षण निरंतर कर रहे हैं। एआरएम स्वयं भी यात्रियों के बीच बैठकर यात्रा करते हैं और उनसे परिवहन की सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी आमंत्रित करते हैं। आरएम कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि मुख्यालय से जारी निर्देशों के अनुपालन में इन दिनों सफाई और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सर्दी के मौसम में कोहरे के कारण अक्सर ट्रेन निरस्त होने की स्थिति बन जाती है। ऐसे में यात्रियों की सुविधा के लिए बसों का निरंतर संचालन करते रहने को कहा गया है। वहीं, रात्रि में यात्रियों की संख्या में कमी के चलते 10 प्रतिशत बसों का संचालन कम होने का अनुमान उन्होंने लगाया है। इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रदेश में 775 नई बसों का बेड़ा शामिल होने की तैयारी चल रही है। जिनको मुख्यालय के निर्देशानुसार अलग-अलग डिपो में आवंटित किया जाएगा।
इसके अलावा प्रदेश की सभी 10 हजार बसों में लोकेशन और ट्रेकिंग डिवाइस लगाने की तैयारियां भी चल रही हैं। उन्होंने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चोरी आदि को रोकने के लिए मेरठ डिपो की दो बसों में डीजल सेंसर लगाए हैं, जिनके सुखद परिणाम सामने आए हैं। आने वाले समय में सभी बसों में सेंसर लगाने की योजना पर काम किया जाएगा। इस अवसर पर नोडल अधिकारी ने आरएम केके शर्मा के हवाले से जानकारी दी कि मेरठ परिक्षेत्र की बसों का औसत प्रतिदिन 200 यात्री प्रति बस रहा है,
जो प्रदेश में सबसे ज्यादा है। शाम के समय नोडल अधिकारी ने भैंसाली बस अड्डे का निरीक्षण करते हुए इसको कम खर्च में ज्यादा खूबसूरत बनाने की सभी संभावनाओं पर गहन विचार विमर्श किया। उन्होंने भैंसाली अड्डे के बाहर अवैध रूप से लगाए जा रहे रेहड़ी-ठेलों के बारे में जानकारी ली और प्रवेश तथा निकास द्वार के बीच के स्थान को कैंटीन के रूप में संचालित किए जाने की संभावना को लेकर कार्य योजना तैयार करने और मुख्यालय से स्वीकृति लेने के निर्देश जारी किए। उनके साथ आर्किटेक्ट की टीम के अलावा सेवा प्रबंधक सत्यनारायण, एआरएम वित्त मुकेश अग्रवाल, एआरएम मेरठ डिपो जगदीश सिंह, एआरएम भैंसाली डिपो अरविंद कुमार यादव आदि मौजूद रहे।