उत्तर प्रदेश

तहसीलों में बने हुए है भ्रष्टाचार रजिस्टर, कर्मचारियों व वकीलों में तनातनी बढ़ी, हड़ताल की चेतावनी

Admin4
4 Nov 2022 12:45 PM GMT
तहसीलों में बने हुए है भ्रष्टाचार रजिस्टर, कर्मचारियों व वकीलों में तनातनी बढ़ी, हड़ताल की चेतावनी
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जानसठ। बार संघ और प्रशासन आमने-सामने हो गए हैं। दोनों में तनाव की स्थिति हो गई। बार संघ सचिव और अधिवक्ता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मामला गरमा गया है। बार संघ के सचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि कचहरी में अधिवक्तागण शटर डाउन करके हड़ताल पर रहेंगे, जिसमें अधिवक्ताओं ने कड़े शब्दों में कहा कि यदि सचिव की गिरफ्तारी होती है, तो बडी संख्या में अधिवक्ता गिरफ्तारी देंगे।
बृहस्पतिवार को बार संघ अध्यक्ष प्रदुमन भेटवाल एवं सचिव प्रमोद कुमार शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि तहसील में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। भ्रष्टाचार रजिस्टर अलग से बने हुए है, जिसमें कार्य करने के अलग-अलग रुपयों की रिश्वत लिखी हुई होती हैं। चुनाव आयुक्त के पद पर रहने वाले एक आला अधिकारी के परिवार की जमीन का दाखिल खारिज भी बिना रिश्वत के लंबे समय तक लंबित पड़ा रहा, जिसमें संबंधित अधिकारी को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कई महीने बाद उस फाइल का दाखिल खारिज किया गया। इसी प्रकार पेशकार द्वारा अधिवक्ता के बीच रिश्वत का मामला विवाद का कारण बना, जिसमें पेशकार द्वारा अधिवक्ता मित्रसेन और बार संघ सचिव प्रमोद कुमार शर्मा के विरुद्ध थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई, जबकि अधिवक्ताओं की तहरीर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। एकतरफा कार्रवाई से अधिवक्ताओं में रोष बना हुआ है, उसके बाद सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर रहकर धरना प्रदर्शन करते रहे और आला अधिकारी मूक दर्शक बने रहकर देखते रहे और कर्मचारी अधिवक्ता की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। आलाधिकारियों के इशारे पर अधिवक्ता की गिरफ्तारी के लिए 2 दिन का समय मांगा गया, जिनके आश्वासन पर कर्मचारियों ने धरना समाप्त कर दिया। इस एकतरफा कार्रवाई से अधिवक्ताओं में भारी रोष व्याप्त है और बार संघ सचिव व अध्यक्ष द्वारा शटर डाउन पेन डाउन हड़ताल का ऐलान कर दिया गया। इस दौरान पूर्व अध्यक्ष प्रदीप गर्ग व ज्ञानचंद सैनी, सहेंद्र कुमार, जावेद हुमायूं, आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।
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