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उत्तर प्रदेश
कांग्रेस पार्टी पसमांदा मुस्लिम विरोधी सिद्धांत पर चल रही-मंसूरी
Shantanu Roy
21 Nov 2022 12:14 PM GMT
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बड़ी खबर
लखनऊ। कांग्रेस पार्टी आज भी पसमांदा मुस्लिम विरोधी सिद्धांत पर चल रही है,कांग्रेस पार्टी के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की स्टेयरिंग कमेटी के 47 लोगों की जो सूची जारी की है उसमें मात्र तीन मुसलमान हैं। यह तीनों सदस्य उच्च मुस्लिम जाति के हैं। उक्त बातें पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी ने रविवार को चिनहट क्ष्ोत्र में आयोजित पसमांदा मुस्लिम समाज,लखनऊ मण्डल के मण्डलीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहीं। आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की स्टेयरिंग कमेटी में एक भी पसमांदा मुस्लिम का न होना इस बात की दलील है कि कांग्रेस पार्टी में पसमांदा मुसलमानों को लेकर 72 वर्ष पहले शुरू हुई नफरत अभी तक खत्म नहीं हुई है। पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी ने कहा कि 10 अगस्त 1950 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने मुसलमानों को आरक्षण से वंचित करने के लिए राष्ट्रपति अध्यादेश लाकर धारा 341 के पैरा 3 पर धार्मिक प्रतिबंध लगा कर पिछड़े मुसलमानों को आरक्षण से वंचित कर दिया। यकीनन आजा़द भारत की यह सबसे बड़ी घटना थी जिसने पसमांदा मुसलमानों को बद से बद्तर जीवन यापन करने पर मजबूर कर दिया। काँग्रेस ने धारा 341 के पैरा 3 पर धार्मिक प्रतिबंध लगा कर पिछड़े, दलित मुसलमानों को आरक्षण से वंचित किया है। केन्द्र सरकार को चाहिए कि धारा 341 के पैरा 3 से धार्मिक प्रतिबंध हटाकर पिछड़े,दलित मुसलमानों को आरक्षण दें। जिससे ईसाइयों और मुसलमानों के सामने काँग्रेस की सच्चई सामने आ सके। जब तक पसमांदा मुसलमानों को उनका आरक्षण का अधिकार नहीं मिल जाता हमारा संघर्ष जारी रहेगा। अनीस मंसूरी ने कहा कि खुर्शीद आलम को लखनऊ मण्डल की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। खुर्शीद आलम सलमानी सामाजिक सोच के मालिक हैं, गरीबों की निस्वार्थ सेवा, गरीब बच्चों व बच्चियों के विवाह, स्कूली छात्र, व छात्राओं को स्कूल की सामग्री तथा फीस जमा करते आ रहे हैं। समाज और क्षेत्र में स्वच्छ छवि के धनी हैं हम इनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ। वसीम राईनी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पसमांदा केवल वोट बैंक नहीं है वह सामाजिक न्याय और समता की लड़ाई का एक हिस्सा है। यह हमारा संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक दायित्व है कि उन्हें राजनीति की मुख्य धारा में लाकर सामाजिक व आर्थिक न्याय दिलवाने का प्रयास करें। कार्यक्रम संयोजक खुर्शीद आलम ने कार्यक्रम में आये अतिथियों को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और क्षेत्र की जनता का आभार प्रकट करते हूए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर एजाज अहमद राईनी,हाजी नसीम मंसूरी, इलियास मंसूरी, ऐजाज अहमद एडवोकेट, इरशाद सकाफी, मौलाना सिराज बारूदी, अशफाक हाशमी, शब्बीर मंसूरी, आरिफ मंसूरी, शफीक मंसूरी, अंगद श्रीवास्तव, सतेंद्र सिंह, राम यादव, वाजिद सलमानी, शमशाद सलमानी, मुबीन अहमद के अलावा भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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