उत्तर प्रदेश

इंजेक्शन से जिला महिला अस्पताल में 10 प्रसूताओं की बिगड़ी हालत, मचा हड़कंप

Admin4
30 Sep 2023 8:55 AM GMT
इंजेक्शन से जिला महिला अस्पताल में 10 प्रसूताओं की बिगड़ी हालत, मचा हड़कंप
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रायबरेली। जिला महिला अस्पताल में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब सिजेरियन की प्रक्रिया से गुजरने के बाद वार्ड में शिफ्ट हो चुकी प्रसूताओं को घाव सुखाने के लिए जरूरी एंटीबॉयोटिक इंजेक्शन लगाया गया तो उनकी हालत बिगड़ गई। शरीर में कंपन के साथ मिचली आने लगी। इससे तीमारदारों के हाथ-पैर फूल गए। मामले की त्वरित जानकारी अस्पताल प्रशासन को दिया गया। आनन-फानन चिकित्सकों की टीम दौड़ी और उसके बाद प्रसूताओं की हालत स्थिर हो सकी। मामले में डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं।
जिला महिला अस्पताल में सुबह 8 बजे उस समय अफरातफरी मच गई जब प्रसूताओं को रुटीन की तरह इंजेक्शन, दवा दी गई। इस दौरान इंजेक्शन लगते ही प्रसूताओं की तबीयत बिगड़ गई। किसी को कंपकंपी होने लगी तो कोई हल्का उनींदी अवस्था में पहुंच गया। इस पर तीमारदारों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। जिससे हड़कंप मच गया।
इमरजेंसी को देखकर जिला महिला अस्पताल में अलर्ट जारी कर दिया गया। सीएमएस रेनू चौधरी तथा अन्य चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंची और जांच की। कुछ ही मिनट में स्थिति सामान्य हो गई। जिसके बाद मरीजों के साथ अस्पताल प्रशासन ने राहत की सांस ली। करीब 10 महिलाओं को इस तरह की शिकायत आई थी।
सूत्र बताते हैं कि प्रसूताओं में अधिकतर का सीजेरियन ऑपरेशन हुआ था। जिसके चलते घाव को सुखाने के लिए एंटीबॉयोटिक का इंजेक्शन लगाया जा रहा था। हर दिन यह इंजेक्शन लगता है लेकिन शुक्रवार को इस तरह की स्थिति उत्पन्न हो गई। ऐसा क्यों हुआ है इस पर जांच हो रही है। बताते हैं कि सेप्रिटक्जोन इंजेक्शन लगाया जा रहा था। इस इंजेक्शन की भी जांच कराई जा रही है।
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