उत्तर प्रदेश

विवि में आ चुकी है दो से अधिक शिक्षकों की शिकायतें, एक शिक्षक दो कॉलेजों में भी कर रहे हैं नौकरी

Admin Delhi 1
24 Dec 2022 9:33 AM GMT
विवि में आ चुकी है दो से अधिक शिक्षकों की शिकायतें, एक शिक्षक दो कॉलेजों में भी कर रहे हैं नौकरी
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मेरठ न्यूज़: चौधरी चरण सिंह विवि व उससे संबंधित बीएड कॉलेजों में शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति को लेकर शिक्षकों की शिकायतें सामने आ रही है। जिसकों लेकर विवि स्तर पर विजिलेंस जांच कराई जा रही है। सूत्रों की माने तो ऐसे 200 से अधिक शिक्षकों की शिकायतें विभिन्न कॉलेजों के छात्रों एवं कई सोशल एक्टिविस्ट द्वारा की गई है। यह शिकायतें करीब छह महीने में आई हैं, इन शिकायतों को लेकर अब विवि स्तर पर में जांच कराने का फैसला लिया गया है।

बता दें कि अधिकांश बीएड कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति सिर्फ कागजों में दिखाई गई हैं, लेकिन उनकी जगह कोई और नौकरी कर रहा है। इतना ही नहीं कुछ ऐसे अन्य कोर्स भी हैं, जिनमें गलत कागज लगाकर शिक्षक पढ़ा रहे है। तमाम कॉलेजों में ऐसा भी हो रहा है कि एक-एक शिक्षक की नियुक्ति कई कॉलेजों में दिखाई जा रही हैं, उनकी भी जांच कराई जाएगी। साथ ही जो 200 शिक्षकों की शिकायतें है उनकी व उनसे जुड़े करीब 43 कॉलेजों की जांच भी विवि कर रहा है जिसकी जिम्मेदारी विजिलेंस विभाग को सौंपी गई है।

बीएड के है 400 से अधिक कॉलेज: मेरठ और सहारनपुर मंडल के जिलों में 400 से अधिक बीएड के कॉलेज है। इन कॉलेजों में लंबे समय से शिकायत है कि छात्रों की संख्या के हिसाब से शिक्षकों की नियुक्ति ही नहीं की गई है। सत्यापन में हुईं तमाम लापरवाहियों के कारण इन कॉलेजों में यह गड़बड़झाला चलता आ रहा है। शिक्षकों का कई बार शिक्षा विभाग में सत्यापन कराने से भी बात नहीं बनी। हाल में बीएड में सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों के शिक्षकों को परीक्षक बनाए जाने के दौरान भी योग्यतानुसार शिक्षकों की सही संख्या नहीं मिल पाई।

इस बारे में विवि ने अब सख्ती करने का निर्णय लिया है। कार्य परिषद के तीन सदस्यों की एक समिति का गठन किया जाएगा। इससे बीएड में पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार आएगा। विवि प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि बहुत समय से इन कॉलेजों को मौका दिया जा चुका हैं, लेकिन अब सीधे कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आॅनलाइन शिक्षकों की पूरी सूची भी जल्द ही वेबसाइट पर अपलोड कराई जाएगी।

शिक्षकों का होगा सत्यापन: विवि प्रशासन बीएड कॉलेजों में शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति दिखाने वालों पर सख्ती करने की तैयारी में है। विवि प्रशासन ने शिकायतों को देखते हुए सख्ती की है और औचक सत्यापन करने का फैसला भी लिया है। विवि ने पहले भी शिक्षकों की सूची आॅनलाइन करने को कहा था, लेकिन एक हजार कॉलेजों में से 292 ने ही सूची अपलोड की थी।

अब बार-बार कहने के बाद भी शिक्षकों की सूची आॅनलाइन नहीं करने और एक शिक्षक के कई-कई कॉलेजों में नियुक्ति दिखाए जाने पर इस फैसले से रोक लगेगी। विवि की तीन सदस्यीय समिति किसी भी कॉलेज में औचक सत्यापन करेगी। अगर कॉलेजों में मानकों के मुताबिक शिक्षक और प्राचार्य नहीं मिलेंगे तो कॉलेज की मान्यता समाप्त की जाएगी।

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