उत्तर प्रदेश

पिछले साल की अपेक्षा इस बाद नवंबर में रही कम ठंड

Admin4
29 Nov 2022 12:01 PM GMT
पिछले साल की अपेक्षा इस बाद नवंबर में रही कम ठंड
x
मेरठ। इस बार नवंबर माह में ठंड की दस्तक देर से हुई है। अक्टूबर की बारिश के बाद नवंबर में जिस तरह जल्दी ठंड के असर दिखाने की उम्मीद थी वैसा नहीं हुआ है। मौसम के इस कारक ने ही प्रदूषण पर कुछ हद तक अंकुश बनाए रखा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी बुलेटिन में इस बार मेरठ का एक्यूआइ 350 के पार नहीं पहुंचा है। जबकि गत वर्ष हवा की हालत तुलनात्मक रूप से बेहद खराब थी।
28 नवंबर तक इस बार 10 डिग्री से कम पारा केवल दो दिन दर्ज किया गया है। वर्ष 2021 नवंबर में 11 दिन पारा 10 डिग्री से कम रहा था। सोमवार को न्यूनतम तापमान पहली सामान्य से तीन डिग्री कम 8.2 डिग्री दर्ज किया गया। यह अब तक निम्नतम था। वहीं गत वर्ष पूरे माह का सबसे कम तापमान 24 नवंबर को 7.4 दर्ज किया गया था। प्रदूषण और ठंड प्रदूषण और ठंड का परस्पर संबंधित हैं।
कृषि विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि तापमान गिरने से रात में नमी का संघनन होता है। ऐसे में वातावरण में जो धूल और धुएं के कण होते हैं वह ओस की बूंदों के साथ चिपक कर वह वायुमंडल में निचले स्तर पर बने रहते हैं। अगर हवा की गति भी कम हैं तो यह रात ही नहीं दिन में प्रदूषण का स्तर बढ़ा देते हैं।
सोमवार को दिल्ली सफदर जंग में न्यूनतम तापमान 7.6 था। शाम चार बजे एक्यूआइ 333 दर्ज किया गया। मेरठ में यह 242 रहा। गतवर्ष नवंबर माह में आठ नवंबर को पल्लवपुरम में सुबह 10 का एक्यूआइ का स्तर 408 था। वहीं इस बार यह 210 था। यही हाल अन्य दिनों का था। डा. यूपी शाही ने बताया कि जनपद के तापमान को पश्चिम विक्षोभ को मुख्य रूप से प्रभावित करता है। हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों में नवंबर में पश्चिम विक्षोभ मात्र एक या दो बार सक्रिय हुए हैं। यही कारण है कि तापमान में अभी तक अपेक्षित कमी नहीं दर्ज की गई है।
Admin4

Admin4

    Next Story