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इलाहाबाद: गंगा समग्र के संगम लोअर मार्ग स्थित शिविर में भीष्म पितामह की जयंती ‘गंगा रक्षा संकल्प दिवस’ के रूप में मनाई गई. मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति जेजे मुनीर ने लोगों से जनसंख्या नियंत्रण और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण संवर्धन का आह्वान करते हुए कहा कि नदियों, तालाबों एवं गंगा की सहायक नदियों की अविरलता एवं निर्मलता के लिए लोग कानून अथवा न्यायालय का सहारा लेना चाहते हैं. जबकि जन सामान्य में जल स्रोतों के प्रति अपनी जिम्मेदारी और नैतिकता का पालन कर हम गंगा सहित उनकी सभी सहायक नदियों को अविरल और निर्मल बना सकते हैं.
गंगा समग्र के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामाशीष ने अनियोजित विकास, विकृत आस्था एवं अनियंत्रित जनसंख्या वृद्धि को नदियों के प्रदूषण का मुख्य कारण बताया. विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता अरुण कुमार गुप्ता ने गंगाजल पर हो रहे शोध पर चर्चा की एवं गंगाजल के औषधीय गुणों के बारे में बताया. अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी प्रदीप कुमार शास्त्रत्त् ने कहा कि यह जानते हुए भी कि गंगा हम सब की मां है, पूजनीय हैं, जीवनदायनी हैं, फिर भी हम उसे प्रदूषित होता देख रहे हैं एवं कर रहे हैं. इसे रोकना होगा. संचालन प्रयाग उत्तर के संयोजक आलोक शर्मा ने किया. अतिथियों का स्वागत व परिचय गंगा समग्र के यमुना भाग के संयोजक अजय सिंह ने दिया. धन्यवाद ज्ञापन अम्बरीष ने किया. कार्यक्रम में चन्द्रभूषण, महंत हरिनारायण सिंह, स्वामी आत्मानंद, आरडी पांडेय, आमोद त्रिपाठी, रमेश शुक्ला, अतुल पांडे, मनीष त्रिपाठी, प्रवीण शुक्ला, टीएन मिश्रा आदि उपस्थित रहे.