- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- मनरेगा कार्यों में...
मनरेगा कार्यों में भ्रष्टाचार जांच को कमेटी हुई गठित
झाँसी न्यूज़: गांव के विकास को भेजी जाने वाली धनराशि से ग्रामीण जनप्रतिनिधि व अफसर अपनी जेबे भर रहे हैं. इसी तरह का मामला विकास खंड जखौरा स्थित ग्राम पंचायत तिलहरी का सामने आने पर सीडीओ ने पड़ताल के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी.
इस ग्राम पंचायत में रहने वाले सोवरन सिंह पुत्र रंधीर सिंह ने मुख्य विकास अधिकारी को सौंपे पत्र में बताया कि गांव में मनरेगा व ग्राम निधि के कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया गया. जिम्मेदार विकास की धनराशि को ठिकाने लगाने में जुटे रहे. वर्ष 2018-19 से लेकर 2022-23 तक मनरेगा व अन्य निधियों के खर्च में भारी अनियमितताएं हैं.
गांव स्थित सहरिया बस्ती से मैदान तक, सीताराम के मकान से मैदान तक, पहलवान के मकान से हरदौल बाबा तक लगभग सोलह लाख रुपये से दशाए गए पेवर ब्रिक्स मार्ग के कार्य सोशल आडिट में गलत मिले. बब्बू के मकान से जगदीश के मकान तक, भानु प्रताप के मकान से रावराजा तक पेवर ब्रिक्स मार्ग के निर्माण में खेल हुआ. एक सड़क कागजों में दो बार बनाकर भुगतान निकाला गया. मोकम के मकान से पास पेवरब्रिक्स से मार्ग बनाया जबकि सीसी रोड का भुगतान कराया गया.
मुन्ना के मकान से सुगर के घर तक नाली का कार्य अधूरा है. इसका भुगतान पूरा निकाला जा चुका है. गांव में चार स्थानों पर हैंडपंप कागजों पर रिबोर करके चार बार में ढाई लाख रुपये निकाल लिए गए. इसी तरह इस गांव में कुल बीस कार्यों को लेकर शिकायत की गयी. इसके अलावा ग्राम सांकरवारा कलां में सात और गराम इकलगुवां में दो कार्यों को फर्जी बताया गया. मामलेे की पहली भी शिकायत हो चुकी है. लेकिन इसकी कोई कार्रवाई नही हो सकी .
इसके साथ ही मनरेगा के पौधारोपण, गूल निर्माण, नाला सफाई, भूमि सुधार, नाला गहरीकरण के कार्य भी कागजों में ही कराए गए हैं. इनकी भी जांच की जरूरत बतायी गयी. इस मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने पड़ताल के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी.
जिसमें परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण एके सिंह, सहायक अभियंता प्रांतीय लोक निर्माण विभाग नवनीत राजपूत, अवर अभियंता जिला ग्राम्य विकास अभिकरण संदीप तिवारी को शामिल किया गया. इस प्रकार की शिकायतें पहले भी आ चुकी है. लेकिन इसकी कोई कार्रवाई नही हो सकी . जिस कारण कार्यों में अनदेखी हो रही है