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आयुक्त सेल्वा कुमारी जे. ने इलेक्ट्रिक बस में सफर कर परखी व्यवस्था
मेरठ न्यूज़: यूपी कैबिनेट की बैठक में सोहराब गेट डिपो को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर 80 करोड़ रुपये की लागत से विकसित करने का प्रस्ताव पारित होने के साथ ही योजना को क्रियांन्वित करने के लिए अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। शनिवार को मंडल आयुक्त सेल्वा कुमारी जे ने अधिकारियों की टीम के साथ सोहराब गेट डिपो का गहनता से निरीक्षण करते हुए पीपीपी मॉडल की संभावना और प्रस्ताव को लेकर जानकारी हासिल की। इसके अलावा उन्होंने लोहियानगर डिपो और भैंसाली डिपो का निरीक्षण भी किया। उन्होंने सिटी बस में सफर करके यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं को लेकर स्वयं अनुभूति प्राप्त की।
गौरतलब है कि मेरठ के 17830 वर्गमीटर में बने सोहराब गेट बस अड्डे पर पीपीपी माडल के तहत विकसित करने का प्रस्ताव पास हो चुका है। रोडवेज के रिकॉर्ड के अनुसार सोहराब गेट बस अड्डा का क्षेत्रफल 17830 वर्गमीटर है। इस भूमि की कीमत सर्किल रेट से 128.37 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पीपीपी माडल के अंतर्गत यहां शॉपिंग मॉल, रेस्टोरेंट, होटल, मल्टीप्लेक्स बनाए जाएंगे। सुरक्षा के नजरिया से जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। शनिवार दोपहर आयुक्त सेल्वा कुमारी जे अधिकारियों के साथ सोहराब गेट डिपो पहुंचीं, और रोडवेज के आला अफसरों से पीपीपी माडल से संबंधित तथ्यों पर चर्चा की। बताया गया कि सोहराब गेट अड्डा कम से कम दो मंजिला बनेगा। सबसे नीचे बसों का संचालन किया जाएगा।
पहली मंजिल पर यात्रियों की सुविधा और मनोरंजन के इंतजाम किए जाएंगे। योजना में यहां मल्टीप्लेक्स का निर्माण भी करने का प्रस्ताव है। इस अवसर पर उन्होंने डिपो के अधिकांश अनुभागों का निरीक्षण किया। अधिकारियों के साथ-साथ यात्रियों से भी सुविधाओं को लेकर जानकारी ली। इसके उपरांत वे लोहियानगर स्थित सिटी बस डिपो पहुंचीं। हालांकि यहां कुछ कर्मचारी उनसे मिलकर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध ड्यूटी के नाम पर अवैध वसूली की शिकायत करना चाहते थे।
लेकिन उन्हें दूर रखा गया, और आयुक्त के आने का कार्यक्रम रद्द हो जाने की भ्रामक खबरें फैलाई गर्इं। इसके बावजूद सूत्र कहते हैं कि आयुक्त के संज्ञान में यह मामला लाया गया है। लोहियानगर के बाद आयुक्त ने भैंसाली बस अड्डा पहुंचकर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने इलेक्ट्रिक बस में स्वयं सफर करके यात्रियों को मिल रही सुविधाओं को महसूस किया गया।