उत्तर प्रदेश

CM योगी का मृतक आश्रितों की नौकरी के बारे में बड़ा फैसला, अलग-अलग विभागों ने दी सहमति

Renuka Sahu
24 Aug 2022 12:50 AM GMT
CM Yogis big decision regarding the jobs of deceased dependents, different departments gave consent
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फाइल फोटो 

उत्‍तर प्रदेश में कई विभाग ऐसे हैं जहां समूह ‘ग’ के पद खाली नहीं हैं। जबकि पढ़े-लिखे आश्रित समूह ‘घ’ के पदों पर नौकरी करने को तैयार नहीं हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्‍तर प्रदेश में कई विभाग ऐसे हैं जहां समूह 'ग' के पद खाली नहीं हैं। जबकि पढ़े-लिखे आश्रित समूह 'घ' के पदों पर नौकरी करने को तैयार नहीं हैं। सीएम ने इसको देखते हुए नवंबर 2021 में कैबिनेट से यह फैसला किया था कि ऐसे आश्रितों को दूसरे विभागों में भी नौकरी देकर समायोजित किया जाए, जिससे आश्रितों को नौकरी मिल सके और विभागों के खाली पद भी भर जाएं। फैसले के बाद दूसरे विभागों के मृतक आश्रितों को अपने यहां नौकरी देने के लिए अन्य विभागों ने कार्मिक विभाग को राजमंदी दे दी है।

इसके साथ ही मृतक आश्रितों की नौकरी का रास्‍ता साफ हो गया है। पहले चरण में औद्योगिक विकास विभाग, वन पर्यावरण, राजस्व, चिकित्सा स्वास्थ्य और कृषि विभाग ने सहमति दी है। कार्मिक विभाग ने इस संबंध में सभी विभागों को पत्र भेजकर उनसे सहमति मांगी थी। विभागवार सहमति मिलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
तीन विभागों में पद नहीं
तीन विभागों आयुष, नागरिक उड्डयन और राज्य संपत्ति विभाग ने बताया कि उनके यहां मृतक आश्रितों को नौकरी देने के लिए पद नहीं है। आयुष में 29, नागरिक उड्डयन में तीन और राज्य संपत्ति में ऐसे पांच कर्मचारी हैं। इसलिए अब इन्हें अन्य विभागों में योग्यता के आधार पर समूह 'ग' के पदों पर नौकरी दी जाएगी।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने बुलाई बैठक
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने इसी माह अंतिम सप्ताह में इसको लेकर सभी विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई है। उनसे कहा गया है कि वे अपने यहां के मृतक आश्रित कोटे पर नौकरी पाने वालों की संख्या और इनको रखने के लिए रिक्त पदों के बारे में जानकारी लेकर आएं।
बैठक के दौरान इस संबंध सहमति भी ली जाएगी कि कौन विभाग अपने यहां कितने पदों पर ऐसे आश्रितों को नौकरी देंगे। इसके बाद आश्रितों के आवेदन जरूरत के आधार पर संबंधित विभागों को भेजे जाएंगे, जिससे जल्द ही ऐसे लोगों को नौकरी मिल सके।
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