उत्तर प्रदेश

सीएम योगी नें हवाई सर्वेक्षण कर जिले में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया

Shantanu Roy
13 Oct 2022 3:06 PM GMT
सीएम योगी नें हवाई सर्वेक्षण कर जिले में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया
x
बड़ी खबर
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अक्टूबर में इस तरह की अप्रत्याशित बाढ़ न कभी देखी गई थी, न सुनी गई थी। पहली बार प्रदेश के कई जनपदों में इस तरह की स्थिति देखने को मिली है और सरकार इस आपदा का युद्ध स्तर पर मजबूती से सामना कर रही है। संकट की इस घड़ी में केंद्र व राज्य सरकार हर पीड़ित के साथ खड़ी है। पीड़ितों तक राहत सामग्री व अन्य आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के लिए सभी जिलों मेंप्रशासन को पर्याप्त सामग्री व धनराशि उपलब्ध करा दी गई है। बाढ़ से हुए हर प्रकार के नुकसान की भरपाई सुनिश्चित कराई जा रही है। मुख्यमंत्री गुरुवार को गोरखपुर जनपद के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद गोला तहसील के बड़हलगंज फोरलेन बाईपास तथा शहर के बाल विहार विद्यालय लालडिग्गी बसंतपुर में बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री वितरित कर रहे थे। दोनों ही स्थानों पर उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की, उनका दुख साझा किया।
साथ ही आश्वस्त किया कि आपदा की इस घड़ी में सरकार हर पीड़ित के साथ पूरी संवेदनशीलता से खड़ी है। प्रत्येक पीड़ित तक हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। सीएम योगी ने कहा कि अक्टूबर में आई इस अप्रत्याशित बाढ़ का जायजा लेने और प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री व अन्य सहायता की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए वह बाढ़ क्षेत्रों के दौरे पर निकले हैं। अयोध्या, अंबेडकरनगर, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर का हवाई सर्वेक्षण करने व मौके पर जाकर लोगों से मिलते हुए आज गोरखपुर आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन को स्पष्ट निर्देशित किया गया है कि हर पीड़ित के घर तक राहत सामग्री समय रहते पहुंच जाना चाहिए। उनको सुरक्षित स्थान पर लाने के साथ ही भोजन, शुद्ध पेयजल और दवाओं का पर्याप्त इंतजाम होना चाहिए। पशुओं के चारे की व्यवस्था करने का निर्देश भी प्रशासन को दिया गया है।
पर्याप्त मात्रा में हो रहा राहत सामग्री किट का वितरण
सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न व अन्य सामग्री का वितरण कराया जा रहा है। दो तरह की किट में दी जा रही राहत सामग्री किट में 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, 2 किलो अरहर दाल, आधा किलो नमक, 250 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम मिर्च, 250 ग्राम सब्जी मसाला, एक लीटर रिफाइंड तेल, पांच किलो लाई, दो किलो भूना चना, एक किलो गुड़, 10 पैकेट बिस्कुट, एक पैकेट माचिस, एक पैकेट मोमबत्ती, दो नहाने का साबुन शामिल है। इसके अलावा 10 किलो आलू, पांच लीटर केरोसिन, पांच लीटर क्षमता के दो जरीकेन, 15 गुणे 10 फीट की एक तारपोलीन शीट भी दी जा रही है।
जनहानि, अंग भंग व क्षतिग्रस्त मकानों के लिए पर्याप्त मुआवजा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को युद्ध स्तर पर राहत सामग्री वितरित करने का निर्देश प्रशासन को दिया गया है ताकि किसी को भी परेशान न होना पड़े। कहा कि अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि बाढ़ से जनहानि पर पीड़ित परिवार को चार लाख रुपये का मुआवजा तत्काल उपलब्ध कराया जाए। अंग भंग होने पर 2.5 लाख रुपये तक की सहायता के साथ ही गंभीर रूप से घायलों को भी आर्थिक मदद दी जाएगी। बाढ़ से जिनके मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास देने या मकान बनवाने के लिए तत्काल 1.20 लाख रुपये देने के निर्देश दिए गए हैं।
अन्नदाता किसानों व पशुपालकों के हर नुकसान की भरपाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ के चलते पशुओं की हानि का भी सर्वे कराया जा रहा है। साथ ही जिन किसानों की फसलें बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई हैं, सर्वे कराकर उन्हें हम 18 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से क्षतिपूर्ति देंगे। बारहमासी फसलों पर 22500 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से सहायता राशि दी जाएगी। इसी तरह दुधारू पशु गाय, भैंस आदि के मरने पर 37500, बकरी, भेड़, सूअर के मरने पर 4000, गैर दुधारू पशु ऊंट, घोड़ा आदि के मरने पर 32000, बछड़ा, गधा, टट्टू आदि के मरने पर 20000 रुपये की दर से पशुपालकों को सहायता राशि दी जाएगी। मुर्गी पालकों को हुई क्षति पर प्रति मुर्गी 100 रुपये की दर से सहायता प्रदान की जाएगी।
Next Story