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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ग्राउंड जीरो पर उतरकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बाढ़ के हालात की जानकारी ली। सीएम सबसे पहले कस्बा सुल्तानपुर-चिलकाना के मंडी परिसर पहुंचे और वहां मौजूद बाढ़ पीड़ितों में राहत सामग्री एवं सहायता राशि वितरित की।
उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों की हरसंभव मदद करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही बाढ़ पीड़ितों को आश्वस्त किया कि सरकार हर प्रकार से आपके साथ है। मुख्यमंत्री ने इसके बाद जीवी जैन डिग्री कॉजेल स्थित बाढ़ राहत शिविर का भी दौरा किया और बाढ़ पीड़ितों से बातचीत की।
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शनिवार को सहारनपुर में कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जाए। उन्होंने बताया कि मेरठ, मुजफ्फरनगर और शामली में कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा की गयी है। सरकार बाढ़ पीड़ितों की सहायता के साथ ही आस्था का सम्मान करने के लिए भी कटिबद्ध है। कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखने के लिए सीएम ने अफसरों को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ितों से बातचीत में कहा कि इस आपदा के समय में आपके सामने किसी भी प्रकार की कमी सरकार नहीं आने देगी। जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है, हम उसका सर्वे कराएंगे और तुरंत आर्थिक सहायता देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों के कटान से जिन खेतों को नुकसान हुआ है उसे बाढ़ उतरने के साथ ही ठीक कराने का कार्य किया जाएगा। बाढ़ पीड़ितों और आपदा की चपेट में आने वाले लोगों के लिए राहत शिविर लगाये गये हैं। सरकार बाढ़ पीड़ितों के भोजन, स्वास्थ्य और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कर रही है। इस आपदा से आपको शीघ्र राहत मिले इसकी कामना करता हूं और आश्वस्त करता हूं कि सरकार हर वक्त आपके साथ है। हमारे जन प्रतिनिधि और सरकारी अधिकारी कर्मचारी आपकी मदद के लिए यहां हमेशा मौजूद रहेंगे।
मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने बताया कि पश्चिमी यूपी के कुछ जनपदों में बाढ़ और जल जमाव के मामले सामने आये हैं। यमुना, हिंडन, धनोला और पांवधोनी नदियों में बाढ़ और जलजमाव का हवाई और जमीनी निरीक्षण किया गया है। सहारनपुर शहर के 28 मोहल्ले और ग्रामीण इलाकों के 118 गांव की कुल 2.75 लाख की आबादी प्रभावित है। इसके अलावा 13 हजार एकड़ कृषि भूमि बाढ़ की चपेट में आई है। आपदा में सात जनहानि और तीन पशुहानि भी हुई है। जो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं उनके लिए मुआवजा और तिरपाल की व्यवस्था की गई है। सभी संबंधित विभागों को भी अलर्ट कर दिया गया है।
बता दें कि सहारनपुर शहर के बीच से बहने वाली पांवधोई और ढमोला नदीं उफान पर आ गई। जिसके बाद प्रशासन की ओर से तत्काल कंट्रोल रूम बनाया गया और एनडीआरएफ की टीमों ने लोगों को रेस्क्यू किया। इस दौरान लोगों के घरों में पानी चला गया था। इन पीड़ितों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है। एक शिविर आवास विकास कालोनी में जेवी जैन डिग्री कॉलेज में बनाया गया है। जहां पहुंचकर मुख्यमंत्री बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की।
योगी ने पुलिस लाइन सभागार में जिले के जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अफसरों के साथ बाढ़ के मद्देनजर महत्वपूर्ण बैठक की। सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावितों की मदद में किसी भी प्रकार की कोताही ना बरते जाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि राहत शिविरों में डॉक्टरों और मोबाइल मेडिकल टीम के पास हर हाल में एंटी वेनम, एंटी रेबीज और हर तरह के विषैले जानवरों के काटने से बचाने वाला इंजेक्शन हो।