- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- सीएम योगी ने यूपी में...
उत्तर प्रदेश
सीएम योगी ने यूपी में कम बारिश से हुए किसानों के नुकसान को लेकर किया बड़ा ऐलान, जानिए आदेश
Renuka Sahu
21 Aug 2022 3:04 AM GMT
x
फाइल फोटो
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को बड़ी राहत का ऐलान करते हुए कहा है कि कम वर्षा के कारण फसल को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को बड़ी राहत का ऐलान करते हुए कहा है कि कम वर्षा के कारण फसल को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि ट्यूबवेल की तकनीकी खराबी को हर हाल में 24 से 36 घण्टे के भीतर ठीक किया जाए। बकाये के कारण किसानों के ट्यूबवेल बिजली कनेक्शन नहीं काटे जाएं।
मुख्यमंत्री ने शनिवार शाम सूखे की स्थिति से निपटने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक में यह यह निर्देश देते हुए बेहतर राहत कार्ययोजना तैयार करने का कहा है। उन्होंने कहा कि किसान का हित सुरक्षित रखा जाएगा। खेती-किसानी की जमीनी स्थिति का सूक्ष्मता से आकलन करते हुए किसानों को हर संभव मदद मुहैया उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र को पूरी बिजली मिलेगी और अन्नदााताओं के ट्यूबवेल कनेक्शन नहीं कटेंगे। ट्यूबवेल की तकनीकी खराबी को हर हाल में 24 से 36 घण्टे के भीतर ठीक किया जाए। प्रदेश में वर्षा की स्थिति, फसल बोआई की सही स्थिति की विस्तृत रिपोर्ट अगले तीन दिन के भीतर केन्द्र सरकार को भेजी जाए। अगस्त के अंतिम सप्ताह तक सभी जिलों एवं कृषि विभाग से फसल की स्थिति, पेयजल की स्थिति एवं पशुओं के लिए चारा की उपलब्धता के संबंध में रिपोर्ट प्राप्त की जाए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में किसानों को अतिरिक्त सहायता दिया जाना आवश्यक है। कम बारिश के कारण कई क्षेत्रों में धान की पैदावार पर बुरा असर पड़ने की आशंका है। वर्तमान परिस्थितियों के बीच सब्जी की खेती को प्रोत्साहित करना बेहतर विकल्प हो सकता है। गत वर्ष इसी तिथि तक 98.9 लाख हेक्टेयर भूमि पर बोआई हो चुकी थी। बोआई लक्ष्य के अनुरूप है, लेकिन कम वर्षा के कारण प्रदेश में फसलों को नुकसान होने की संभावना बनी हुई है।
पम्प कैनालों का संचालन सुचारू रूप से जारी रहे। संवेदनशील तटबंधों की निगरानी के लिए सतत पेट्रोलिंग की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कम बारिश हुई है, संभव है कि आने वाले कुछ दिनों में तेज और अधिक वर्षा हो। ऐसे में हमें हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा।
बाढ़ की स्थिति पर नजर रखी जाए
किसानों को मौसम की सही जानकारी देने के लिए राज्य स्तर पर पोर्टल विकसित किया जाए। बाढ़ व अतिवृष्टि की स्थिति पर नजर रखी जाए। नदियों के जलस्तर की मॉनीटरिंग की जाए। प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ/पीएसी तथा आपदा प्रबंधन टीमों को सातों दिन चौबीस घण्टे एक्टिव मोड में रखा जाए।
यह है प्रदेश की स्थिति
इस वर्ष 20 अगस्त तक प्रदेश में कुल 284 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। जबकि वर्ष 2021 में हुई 504.10 मिमी और वर्ष 2020 में हुई 520.3 मिमी वर्षा के सापेक्ष कम है।
-एकमात्र चित्रकूट जिला ऐसा रहा जहां सामान्य (120% से अधिक) वर्षा हुई।
-सामान्य वर्षा न होने के कारण खरीफ फसलों की बोआई का कार्य प्रभावित हुआ है। हालांकि 19 जुलाई के बाद हुई बरसात से स्थिति में काफी सुधार हुआ है।
-प्रदेश में 33 जिलों सामान्य से 40% से 60% तक ही वर्षा दर्ज की गई है।
-जबकि 19 जिलों में 40 फीसदी से भी कम बरसात हुई है। इन जिलों में खरीफ फसलों की बुवाई प्रभावित हुई है। हमें सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा।
-खरीफ अभियान 2022-23 के अंतर्गत 20 अगस्त की स्थिति के अनुसार प्रदेश में 96.03 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के सापेक्ष 93.22 लाख हेक्टेयर की बोआई हो सकी है, जो कि लक्ष्य का 97.7% ही है।
Next Story