उत्तर प्रदेश

सीएम ने बाढ़ शरणालय में बच्चे को गोद में लिया

Shantanu Roy
12 Oct 2022 3:13 PM GMT
सीएम ने बाढ़ शरणालय में बच्चे को गोद में लिया
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बड़ी खबर
बलरामपुर। बलरामपुर में आई बाढ़ से हो रही भीषण तबाही का जायजा लेने और बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटने आज यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बलरामपुर पहुंचे। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण करने के बाद बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी। जिले में बाढ़ से हालात बेहद खराब है। इसके चलते कलेक्ट्रेट सहित तमाम सरकारी कार्यालयों में पानी भरा हुआ है। इसके चलते मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग बलरामपुर उतरौला रोड पर कराई गई और ग्राम मझौवा के निकट सड़क पर ही कार्यक्रम स्थल बनाया गया।
बलरामपुर पहुंचने पर डीएम महेन्द्र कुमार ने सीएम को बाढ़ प्रभावित गांवो और प्रशासन द्वारा कराए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। सीएम के बलरामपुर पहुंचने पर सदर विधायक पलटूराम ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और बाढ़ की जानकारी ली। सीएम ने ग्राम गोंदीपुर सहित करीब आधा दर्जन गांव के लोगों को राहत सामग्री अपने हाथों से बांटी। सीएम ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिये मंत्री समूह को लगाया गया है।
जो बाढ़ प्रभावित अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर बाढ़ पीड़ितों की मदद करें। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरीके से आपके साथ खड़ी है और स्थानीय स्तर पर प्रशासन अपना काम कर रहा है। उन्होंने प्रशासन को निर्देशित करते हुए कहा कि यहां आए हुए हर लाभार्थी को घर तक पहुंचाने की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की है। उन्हें सुरक्षित घर तक पहुंचाया जाए। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान यह भी कहा कि अमूमन इतनी तेज बारिश सितंबर माह तक होती थी, लेकिन इस बार अक्टूबर में भारी बारिश के बीच बाढ़ आई है। उन्होंने कहा कि हमने बीते 4 सालों में बांधों पर बेहतर काम किया है।अचानक आई बाढ़ से हालात थोड़े खराब हो गए, लेकिन प्रशासन स्थानीय स्तर पर काम करके स्थिति को नियंत्रण में किए हुए है।
हर बाढ़ पीड़ित को उचित सुविधा मुहैया कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से हुए कृषि फसलों के नुकसान का सर्वेक्षण कराकर शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर किसानों को क्षतिपूर्ति की जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न जलजनित बीमारियों के प्रसार की प्रबल संभावनाए रहती हैं, साथ ही बाढ़ में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इसलिए राहत शिविरों के समीप स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएं, ताकि पीड़ितों को फौरन इसका लाभ मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को तत्काल मदद पहुंचाई जानी चाहिए।
राहत पैकेट वितरण में किसी तरह की देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा बाढ़ राहत शिविरों में प्रकाश और सभी तरह की मूलभूत सुविधाएं बाढ़ पीड़ितों को मुहैया कराई जानी चाहिये क्योंकि यह समय संवेदना और सहयोग का समय है, इसमें हम सबको मिल कर काम करना है। उन्होंने कहा कि अतिव्रष्टि के कारण जनजीवन और किसानों की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। ऐसे समय मे प्रदेश सरकार प्रभावित जनों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि जिन आपदा पीड़ितों के घर व मकान गिर गए हैं। उन पीड़ितों को पुनर्वास एवं मकान उपलब्ध कराने में सहयोग करें। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुधन की सुरक्षा करने का निर्देश देते हुए कहा कि क्षेत्रों में पशुचारे का प्रबंधन किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिये प्रदेश सरकार पिछले चार वर्षों से कार्य कर रही है और कई योजनाएं बनाई गई हैं।
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