उत्तर प्रदेश

ग्रामीण वितरण मण्डल द्वितीय के एसई व खण्ड द्वितीय के एक्सईएन के बीच नोकझोंक

Admin Delhi 1
21 Jan 2023 12:32 PM GMT
ग्रामीण वितरण मण्डल द्वितीय के एसई व खण्ड द्वितीय के एक्सईएन के बीच नोकझोंक
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गोरखपुर न्यूज़: पावर कारपोरेशन प्रबन्धन की तरफ से लगातार बढ रहे कार्य के दबाव की वजह से की दोपहर दो बिजली अफसरों का ब्लडप्रेशर इतना बढ़ गया कि आपस में भिड़ गए. नौबत हाथापाई तक पहुंची. कर्मचारियों ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया. वरिष्ठ अफसर से भिड़ने पर एक्सईएन के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो रही है.

वाकया ग्रामीण वितरण मण्डल द्वितीय के अधीक्षण अभियंता कार्यालय का है. की रात 8 बजे पावर कारपोरेशन एमडी ने गोरखपुर जोन के सभी एसई व मुख्य अभियंता के साथ विभागीय कार्यों की वीसी के माध्यम से समीक्षा की. उन्होंने सभी एसई से विभागीय कर्मचारियों व अभियंताओं के बिजली कनेक्शन की आईडी जनरेट करने व केवाईसी अपडेट करने के बारे में जानकारी ली. प्रगति नहीं दिखने पर सभी को निर्देश दिए की अगले दिन दोपहर तक आईडी जनरेट करें. ग्रामीण वितरण मण्डल द्वितीय के एसई ने रात 9 बजे वितरण खण्ड द्वितीय के एक्सईएन ई. सोमदत्त शर्मा को फोन करके कहा कि विभागीय कनेक्शनों की आईडी जनरेट करने को कितने कनेक्शन बचे है. उनकी सूची उपलब्ध कराएं. इस पर एक्सईएन बिफर पड़े. बोले कि हम बीमार है, दवा खाकर सोने जा रहे है. एसई ने कहा कि विभागीय काम में रुचि नहीं है तो लिखकर दे दो कि काम नहीं कर सकते.

अगले दिन दोनों अफसरों का सामना होते ही मामला बिगड़ गया. एसई ने कहा कि एलएमवी-10 श्रेणी के कनेक्शनों की आईडी जनरेट हुई या नहीं. सभी कनेक्शनों की केवाईसी पूरी हो गई. प्रत्यक्षदर्शी कर्मचारियों के मुताबिक इतना सुनते ही रात की घटना से आहत एक्सईएन ने अभद्रभाषा का इस्तेमाल कर दिया जिस पर एसई ने भी आपा खो दिया. मौजूद कर्मचारियों ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया. इसके बाद दोनों अपने अपने कक्ष में जाकर बैठ गए. दोनों अफसरों के बीच हुए इस घटनाक्रम की सभी बिजली दफ्तरों में चर्चा ही. एक्सईएन ई.सोमदत्त शर्मा का कहना है कि विभागीय काम के प्रेशर में इतनी बातें होती रहती है. वे हमारे अफसर हैं. गलत बात हमें बर्दाश्त नहीं होती है.

एसई व एक्सईएन के बीच विवाद का मामला संज्ञान में आया है. एसई ने यदि एक्सईएन को कोई दिशा-निर्देश दिया तो उसे मामना ही पड़ेगा. यदि एसई ने एक्सईएन को कुछ गलत कहा है तो एक्सईएन साक्ष्य के साथ उसे प्रस्तुत करें. अन्यथा हमे एक्सईएन के खिलाफ एक्शन लेने ही पड़ेंगे.

- ई. आशु कालिया, मुख्य अभियंता

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