- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- भ्रष्टाचार में फंसे...
भ्रष्टाचार में फंसे नगर आयुक्त के स्टेनो, सतर्कता विभाग से जांच कराने के लिए लिखा
मेरठ: नगर आयुक्त अमित पाल शर्मा के स्टेनो हरिकांत भ्रष्टाचार में फंस गए हैं। भ्रष्टाचार में संलिप्त होने की शिकायत शासन में पहुंची, जिसके बाद अनु सचिव विजय कुमार मिश्रा ने पूरे प्रखंड की जांच के आदेश दिए हैं। पत्र में स्पष्ट कहा है कि आवश्यक हो तो राज्य सतर्कता समिति के सामने यह भ्रष्टाचार का प्रकरण पेश किया जाए, ताकि भ्रष्ट अफसर और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा सके।
हाईकोर्ट के अधिवक्ता प्रमोद श्रीवास्तव ने शिकायत की थी कि नगर निगम नगर आयुक्त के स्टेनो हरिकांत अनुपातिक संपत्ति अर्जित करने तथा पटल परिवर्तन के दायरे में आए कर्मचारियों से 50 हजार से लेकर एक लाख तक की घूसखोरी की गई। इस पूरे प्रकरण को लेकर अनु सचिव विजय कुमार मिश्रा ने नगर आयुक्त को भेजें पत्र में कहा है कि एडवोकेट प्रमोद श्रीवास्तव की शिकायत पत्र में उल्लेखित शिकायत बिंदू को लेकर जांच कराई जाए तथा जांच उपरांत यदि किसी बिंदु पर सतर्कता जांच का औचित्य पाए जाए
तो प्रस्ताव निर्धारित प्रारूप पर नियत प्रक्रिया अनुसार राज्य सतर्कता समिति के विचार अर्थ प्रस्तुत किया जाए तथा पूरा प्रकरण सतर्कता विभाग को उपलब्ध कराया जाए। इस पूरे मामले में नगर आयुक्त के स्टेनो फंस गए हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि 18 कर्मचारी ऐसे हैं, जिन्हें 5 वर्ष से लेकर 20 वर्ष एक ही पटेल पर कार्य करते हो गए हैं। उनका पटल परिवर्तन नगर आयुक्त ने नहीं किया। क्योंकि आरोप लग रहे हैं कि प्रत्येक कर्मचारी से उनका पटल परिवर्तन न किये जाने के एक लाख से दो लाख की रिश्वत हरिकांत ने ली है,
जिनमें से कुछ कर्मचारियों के नाम भी उजागर हुए हैं। निशांत शर्मा 20 वर्ष से एक ही पटल पर जमे हुए हैं। जगत पार्चा भी 20 वर्ष से एक ही पटल पर जमे हैं। दिनेश सिंह 10 वर्ष से एक ही सीट पर जमे हैं। सनी बादली 10 वर्ष से एक ही सीट पर तैनाती पा रहे हैं। अनिकेत 6 वर्ष से, विशाल शर्मा 10 वर्ष से एक ही सीट पर तैनाती पा रहे हैं। इस तरह से कुल 18 कर्मचारी ऐसे अभी भी शेष है, जिनके पटल परिवर्तन के जाने थे,
परंतु रिश्वत के खेल के कारण पटल परिवर्तन या नहीं किया गया। नगर आयुक्त के स्टेनो हरिकांत पर यह भी आरोप लग रहा है कि दो आलीशान मकान भी इन्होंने खरीदे हैं, जो कंकरखेड़ा एवं डिफेंस कॉलोनी में है, जिनकी कीमत 5 करोड़ से अधिक बताई गई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हरिकांत किस तरह से अवैध कमाई कर रहे हैं। आरोप लग रहे हैं कि वर्तमान में ट्रांसफर पोस्टिंग में हरिकांत ने 50 लाख से अधिक कमाए हैं। इस प्रकरण की जांच चल रही है, जिसमें पूरी तरह से स्टेनो फस गए हैं।