- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- ग्रामीण पत्रकारिता के...
इलाहाबाद न्यूज़: राष्ट्रीय पत्रकार-लेखक एवं मीडिया परिसंघ के संयोजन में डॉ. अनिल कुमार मिश्र की लिखित पुस्तक ‘ग्रामीण पत्रकारिता सरोकार और सवाल’ का लोकार्पण और विचार आयोजित की गई. अध्यक्षता करते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इतिहासकार प्रो. हेरंब चतुर्वेदी ने कहा कि ग्रामीण पत्रकारिता ही वास्तव में लोगों के आंसू पोछ रही है.
सभागार में लगी अकबर इलाहाबादी की तस्वीर की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनकी लाइन ‘खींचो ना कमानो को न तलवार निकालो, गांव, किसान, खेत-खलिहान की समस्या से सरोकार नहीं तो पत्रकारिता में कुछ नहीं कर पाएंगे. विशिष्ट अतिथि रंगकर्मी प्रवीण शेखर ने कहा कि यह पुस्तक पत्रकार के अनुभवों का दस्तावेज है. किताब ग्रामीण समाज की पत्रकारिता लोक भाषा, लोक जीवन, लोकगीत, खानपान, रीति रिवाज की संकलित झांकी है. यह पुस्तक ग्रामीण जीवन के प्रति लगाव का प्रतिफल है.
इविवि हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर अमितेश कुमार ने कहा कि पुस्तक में पत्रकारों की बुनियादी समस्याओं को उठाने के साथ ही समाधान भी दिया गया है. पुस्तक यथार्थ को आंखों से ओझल नहीं होने देती. विशिष्ट अतिथि गीतकार यश मालवीय ने कहा कि गांव की पगडंडियों, खेतों-खलिहानों से होकर असली पत्रकारिता निकलती है. डॉ. रुचि मीतल ने गांव से शहरों में पढ़ने आने वाले बच्चों की परेशानियों का जिक्र किया. शुरुआत में परिसंघ के अध्यक्ष ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह ने अतिथियों और उपस्थितजनों का स्वागत किया. संचालन पुस्तक लेखक डॉ. अनिल कुमार मिश्र और आभार प्रदर्शन परिसंघ के प्रदेश अध्यक्ष रणविजय सिंह ने किया. इस दौरान शृंगवेरपुर साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष डॉ. भृगु कुमार मिश्र, गोपाल पांडेय, आफताब अहमद, शिव प्रसाद मिश्र, अनिरुद्ध ओझा, प्रमोद कुमार मिश्र आदि उपस्थित थे.