उत्तर प्रदेश

मुख्य सचिव ने की पॉक्सो, महिला उत्पीड़न, सीसीटीएनएस और आईटी सिस्टम की समीक्षा

Admin4
12 Nov 2022 11:30 AM GMT
मुख्य सचिव ने की पॉक्सो, महिला उत्पीड़न, सीसीटीएनएस और आईटी सिस्टम की समीक्षा
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने शुक्रवार को पॉक्सो, महिला उत्पीड़न, सीसीटीएनएस तथा आईटी सिस्टम के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की।
इस दौरान अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि महिला एवं बालिका से जुड़े अपराध के मामलों में जल्द से जल्द तफ्तीश पूरी कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में आरोप पत्र भेजा जाये। पाक्सो एक्ट मामलों में दो माह के भीतर कार्रवाई होनी चाहिए, ऐसे मामलों में जल्द कार्यवाही होने से अपराध में कमी आयेगी और पुलिस के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि पॉक्सो एक्ट से सम्बन्धित मामलों की वह स्वयं हर महीने समीक्षा करेंगे।
उन्होंने कहा कि यूपीसीओपी एप द्वारा जनता को नागरिक केन्द्रित सेवायें उपलब्ध करायी जाती हैं।
बैठक में बताया गया कि सीसीटीएनएस के माध्यम से पुलिस अधीक्षकों की मासिक अपराध बैठक सम्पन्न कराये जाने के सम्बन्ध में यू0पी0 पुलिस की वेबसाइट पर उपलब्ध सीसीटीएनएस रिपोर्ट्स में डैशबोर्ड टैब के अन्तर्गत पुलिस अधीक्षकों हेतु थानों की समीक्षा व रैंकिंग का टैब उपलब्ध कराया गया है। इस पर मुख्य सचिव ने कहा कि मासिक समीक्षा डैशबोर्ड पर उपलब्ध डाटा के आधार पर की जाये।
यह भी बताया गया कि इनवेस्टीगेशन ट्रैकिंग सिस्टम फार सेक्सुअल ऑफेन्स (आईटीएसएसओ) के अनुसार आईपीसी-376 और पाक्सो एक्ट की एफ0आई0आर0 में दो महीने से अधिक समय से जांच चल रही है, राज्यवार लम्बित सूची में उत्तर प्रदेश नीचे से चौथे स्थान पर है तथा लम्बित प्रतिशत 1.3 है। इसके अतिरिक्त आईटीएसएसओ के अनुसार आईपीसी-376 और पाक्सो एक्ट की एफ0आई0आर0 में दो माह के भीतर इनवेस्टीगेशन का अनुपालन सुनिश्चित कराने के मामले में राज्यों की सूची में शीर्ष से 5वें स्थान पर है तथा कम्प्लाइंस रेट 70.5 प्रतिशत है।
बैठक में एडीजी महिला बाल सुरक्षा एवं संगठन श्रीमती नीरा रावत, एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय, सचिव गृह बीडी पॉलसन समेत अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी बैठक में प्रतिभाग किया।
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