उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर भारत में इंडोनेशिया की राजदूत इना एच. कृष्णमूर्ति से शिष्टाचार भेंट की

Ritisha Jaiswal
12 July 2022 12:42 PM GMT
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर भारत में इंडोनेशिया की राजदूत इना एच. कृष्णमूर्ति से शिष्टाचार भेंट की
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर भारत में इंडोनेशिया की राजदूत इना एच. कृष्णमूर्ति से शिष्टाचार भेंट की

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर भारत में इंडोनेशिया की राजदूत इना एच. कृष्णमूर्ति से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर इंडोनेशिया और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य संबंधों को और बेहतर करने के विषय में विचार-विमर्श किया गया। राजदूत कृष्णमूर्ति ने मुख्यमंत्री योगी का अभिवादन करते हुए कहा कि मेरे नाम में ही कृष्णामूर्ति जुड़ा हुआ है, सो इस प्रदेश से गहरा लगाव होना स्वाभाविक ही है। हम चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश और इंडोनेशिया के बीच एक सीधी हवाई सेवा उपलब्ध हो, तो हमें खुशी होगी। यह हवाई सेवा दोनों देशों के सम्बंधों को और बेहतर बनाने में सुगमता प्रदान करने वाली होगी।

राजदूत कृष्णमूर्ति ने कहा 'मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि उत्तर प्रदेश के बेहतरीन इनिशिएटिव ओडीओपी से प्रेरणा लेकर इंडोनेशिया के बाली में हमने 'वन विलेज वन प्रोडक्ट' के कार्यक्रम शुरु किया है।' इस प्रयास से ग्रास रूट लेबल पर इकोनॉमी में बूस्ट आया है। महिलाओं के लिए खासतौर पर शुरु की गई 'मिशन शक्ति' के शानदार नतीजों का मैंने अनुभव किया है।
राजदूत कृष्णमूर्ति ने कहा कि इंडोनेशिया की खाद्यान्न जरूरतों की पूरा करने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत का सबसे अधिक खाद्यान्न उत्पादक राज्य होने की दृष्टि से उत्तर प्रदेश से हमें अधिक अपेक्षाएं हैं। जिस पर मुख्यमंत्री योगी ने उन्हें हर सम्भव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया।
इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दोनों देश घनिष्ठ सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक संबंधों का दो सदियों से भी लंबा इतिहास साझा करते हैं। बाली और जकार्ता के उल्लेख हमारे पवित्र ग्रंथ रामायण में है। बाल्मीकि रचित रामायण में बाली, जकार्ता, सुमात्रा का प्रमुखता से उल्लेख है। इन क्षेत्रों से जुड़ना हर भारतीय के लिए उत्सकुता और आकांक्षा का विषय है। आखिर राम और बुद्ध की परंपरा से जुड़कर कौन भारतीय गौरवान्वित नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में दीपोत्सव के विशेष आयोजन में प्रतिवर्ष हम इंडोनेशिया के रामलीला कलाकारों को आमंत्रित करते हैं। कलाकारों की अनुपम प्रस्तुतियां यहां लोगों को लुभाया है। समय के साथ संभव है कि दोनों देशों की उपासना पद्धति में कुछ भिन्नता हो गई हो, किंतु हमारी मूल भावना एक ही है। हमें प्रसन्नता होगी, यदि इस वर्ष अयोध्या दीपोत्सव के मुख्य आयोजन में इंडोनेशिया के मंत्री के नेतृत्व में एक सांस्कृतिक दल का स्वागत करने का अवसर मिले।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश अपनी विरासतों और परंपराओं के संरक्षण कर रहा है। इंडोनेशिया तो हमारी विरासतों का निकटतम सहयोगी है। दोनों देशों के बीच सम्बंधों को नई ऊंचाई देने में हमारी साझा संस्कृति महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उत्तर प्रदेश में असीम संभावनाएं हैं। हम भारत में खाद्यान्न उत्पादन में प्रथम स्थान पर हैं। शुगर और एथेनाल का उत्पादन सर्वाधिक यहीं होता है। विभिन्न सब्जियों और फलों के उत्पादन में हम नम्बर एक हैं।
उन्होंने कहा कि ओडीओपी के माध्यम से बेरोजगारी दर को कम करने और एक्सपपोर्ट को बढ़ाने में बड़ी मदद मिली है। मुझे यह जानकर सुखद अनुभव हुआ कि इंडोनेशिया भी उत्तर प्रदेश की तर्ज पर एक गांव एक उत्पाद की योजना संचालित कर रहा है। उत्तर प्रदेश में हम मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को प्रोत्सहित कर रहे हैं। सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के क्षेत्र में हमने युवाओं के लिए शानदार अवसर दिया है। इसके साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को लेकर कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश 05 एक्सप्रेस वे और 09 एयरपोर्ट वाला राज्य है। बहुत जल्द 05 और एयरपोर्ट शुरू होने जा रहे हैं। इसके अलावा अतिशीघ्र उत्तर प्रदेश 05 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य भी बनने जा रहा है। इस क्षेत्र ने विकास की असीम संभावनाएं है, जिसमें इंडोनेशिया हमारा अच्छा सहयोगी बन सकता है
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू हो चुका है। यहां से दक्षिण पूर्व एशिया के देशों के लिए हवाई उड़ान शुरू करने के लिए तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम जनवरी 2023 में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के आयोजन की तैयारी कर रहे हैं। इंडोनेशिया के उद्यमियों के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है। दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के लिहाज से यह महत्वपूर्ण अवसर है। मुझे उम्मीद है कि इंडोनेशिया की ओर से सकारात्मक सहयोग प्राप्त होगा। यह सहयोग जी2जी और पी2पी दोनों ही मोड में हो सकता है


Ritisha Jaiswal

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