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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की प्रबुद्धजनों से निकाय चुनाव जितवाने की अपील की
मेरठ न्यूज़: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को भामाशाह पार्क में आयोजित निकाय प्रबुद्ध सम्मेलन में लोगों से निकाय चुनावों में जीत दिलवाने की अपील करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार विकास कर रही है। इसलिए निकाय चुनाव में पिछली बार जो चूक हुई थी, उसे न दोहराएं और पार्टी को जीत दिलवाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरठ को स्पोर्ट्स सिटी के रूप में विकसित किया। अब मेरठ हब बन चुका है स्पोर्ट्स में। उन्होंने कहा की खेलो के अलावा टेक्सटाइल्स के क्षेत्र में मेरठ का नाम काफी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में प्रदेश तेजी से विकास कर रहा है। मेरठ के चारों तरफ एक्सप्रेस-वे का जाल बिछ रहा है। मेरठ में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनने से मेरठ और तेजी से चमकेगा। ट्रैफिक में आईटीएमएस सुविधाएं लाए है। अपराधी भाग नहीं सकता पकड़ कर ढेर कर दिया जाएगा।
एक घंटे देरी से आए योगी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दौरा करीब एक घंटे देरी से शुरू हुआ। सीएम के मंच पर आने से पहले स्थानीय नेताओं के भाषणों का दौर चलता रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक बज कर 50 मिनट पर भामाशाह पार्क पहुंचना था, लेकिन मुख्यमंत्री तीन बजे के करीब पहुंचे। मुख्यमंत्री के आते भाषण दे रहे सांसद राजेंद्र अग्रवाल अपना भाषण अधूरा छोड़कर हट गए। दरअसल, मुख्यमंत्री खतौली से देर से चले। वहां चुनावी सभा देर से शुरू होने के कारण सारा कार्यक्रम लेट हो गया। मुख्यमंत्री को आज गोरखपुर जाना था। इस कारण कार्यक्रम तूफानी गति से संपन्न किया गया। मुख्यमंत्री ने करीब 20 मिनट भाषण दिया। उनका भाषण 3.30 पर शुरू हुआ और 3.49 पर समाप्त हुआ।
अफरातफरी का रहा माहौल: विक्टोरिया पार्क में मुख्यमंत्री के लिए बनाए गए पंडाल में 16 ब्लॉक बनाए गए थे। इन में दूसरे जनपदों की पुलिस तैनात की गई थी, जिनको व्यवस्था के बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी। पंडाल में जाने के लिए चार गेट बनाए गए थे, लेकिन लोगों को अपने ब्लॉक में पहुंचने के ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा। मीडिया के लिए बनाए गए ब्लॉक में भाजपाइयों के कब्जे से अराजकता की स्थिति पैदा हो गई।
वीवीआईपी गेट पर हुई झड़पें: मंच तक जाने के लिए नेताओ में बेहद उत्सुकता दिखी। जिन पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई थी वो स्थानीय नेताओं को जानते नहीं थे। इस कारण कई बार पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने इस गेट से बिना पास वालो को जाने नहीं दिया। हालांकि मंच पर पहले से तय लोग ही बैठ पाए।
…तो खड़े होकर पत्रकारों ने की कवरेज:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रबुद्ध सम्मेलन में प्रशासन की व्यवस्था धड़ाम हो गई। हर तरफ अव्यवस्था रही। एंट्री गेट पर आने वाली भीड़ की कोई जांच नहीं हुई। जांच के पूरे इंतजाम नहीं किये गए थे। भीड़, पुलिस कर्मियों से धक्का-मुक्की कर रही थी। वीआईपी की एंट्री को लेकर पुलिस कर्मियों से कई बार तनातनी हुई। अव्यवस्था यही पर नहीं रही, बल्कि पत्रकार दीर्घा तक प्रशासन ने नहीं बनाई थी। इसी वजह से पत्रकार बनाई गयी डी के पास पहुंच गए, लेकिन बैठने की व्यवस्था नहीं की गई थी। पत्रकारों और भाजपा नेताओं के बीच भी नोकझोंक हो गई। इसी बीच एडीएम प्रशासन अमित कुमार यहां पहुंचे तथा मीडिया कर्मियों ने उनके सामने पत्रकार दीर्घा नहीं बनाने पर नाराजगी व्यक्त की। पत्रकारों ने उनसे दो टूक कह दिया कि बैठने की व्यवस्था करें। तमाम पत्रकारों ने इसको लेकर आक्रोश व्यक्त किया कि जिस तरह से पत्रकार दीर्घा को प्रशासन ने नहीं बनाया, ये सीधे पत्रकारों का अपमान किया।
एडीएम प्रशासन ने इसी दौरान जिला सूचना अधिकारी अमित कुमार को बुलाया तथा पत्रकारों के बैठने की व्यवस्था करने के लिए कहा। इस तरह से आक्रोशित पत्रकारों को एडीएम प्रशासन ने संभालने का प्रयास किया। एडीएम प्रशासन के कहने के बाद भी जिला सूचना अधिकारी पत्रकारों के बैठने की व्यवस्था नहीं कर पाये। ऐसा पहली बार हुआ जब तमाम पत्रकारों ने खड़े रहकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम की कवरेज की। मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम को प्रशासनिक अफसर फ्लाप करना चाहते थे।
इसी वजह से पत्रकारों की कुर्सी नहीं लगाई गयी। चर्चा ये है कि जानबूझकर प्रशासनिक अफसरों ने ऐसा किया, ताकि पत्रकार नाराज होकर कार्यक्रम का बायकाट कर दे, लेकिन पत्रकारों ने साफ कर दिया कि कार्यक्रम का कोई बायकाट नहीं करेगा, क्योंकि इसमें सीएम और भाजपा की छवि धूमिल करने के लिए यह सब किया गया। आखिर कौन है, जिसने ये हरकत की?