उत्तर प्रदेश

अफसर बनकर युवाओं से नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, विश्वास जीतकर वारदात को देते थे अंजाम

Bhumika Sahu
13 Aug 2022 11:23 AM GMT
अफसर बनकर युवाओं से नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, विश्वास जीतकर वारदात को देते थे अंजाम
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विश्वास जीतकर वारदात को देते थे अंजाम

कानपुर: रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वालों को महाराजपुर पुलिस और स्वाट टीम ने गिरोह के सरगना समेत 5 लोगों को दबोच लिया। बता दें कि गिरोह का सरगना रेलवे कर्मचारी है। पुलिस ने शुक्रवार को सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया। वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

आपको बता दें कि यह मामला तब सामने आया जब एक व्यक्ति ने आरोपियों के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया। एडिशल एसपी आउटर आदित्य कुमार शुक्ला ने बताया कि महोली मे रहने वाले सोनू वर्मा ने 23 अप्रैल को महाराजपुर थाने में मामला दर्ज कराया था। उसने बताया कि ठगों ने उसे फर्जी ज्वॅाइनिंग लेटर थामा दिया। साथ ही रेलवे में नौकरी दिलाने को लेकर मुझसे व मेरे रिश्तेदारों से 20 लाख से अधिक रुपए ले लिए।
कानपुर सेंट्रल से हुए गिरफ्तार
वहीं, मामले की छानबीन कर रही पुलिस ने शुक्रवार को आरोपियों को कानपुर सेंट्रल से गिरफ्तार कर लिया। जालसाजों की पहचान सरगना प्रयागराज के मांडा बेदौली निवासी रोशन खान जो रेलवे में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी है के तौर पर हुई है। बाकी झारखंड के साहबगंज निवासी सत्यवीर व हरियाणा के फतेहाबाद भुना निवासी भारत सिंह उर्फ मलिक इसके अलावा रामभजन पटेल, दीपक तिवारी के रुप में हुई है।
अधिकारी बनकर करते थे ठगी

वहीं, इस मामले में पुलिस ने बताया कि महाराजपुर के रहने वाले सोनू वर्मा को दीपक तिवारी नाम के शख्स ने रेलवे में नौकरी दिलवाने का झांसा दिया था। रेलवे में नौकरी की बात सोनू ने अपने रिश्तेदारों को भी बताई। जालसाजों ने 4 लोगों से करीब 20 लाख से अधिक रुपए ले लिए। कुछ दिन बाद ठगों ने फर्जी ज्वॅाइनिंग लेटर भी दे दिया। बाद में सच्चाई पता चली। आरोपियों में सत्यवीर और भरत उर्फ मलिक युवकों से अधिकारी बनकर मिलते थे। युवकों को भरोसा दिलाने के बाद उनसे रुपए ऐंठ लेते थे।


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